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EXCLUSIVE: महिला बाल विकास अधिकारी पार्वती वर्मा पर उगाही का आरोप, खुलासे के बाद मचा हड़कंप

महिला एवं बाल विकास विभाग की एक महिला अधिकारी के खिलाफ दो कर्मचारियों ने शिकायत की है. कर्मचारियों का आरोप है कि महिला अधिकारी उनपर उगाही करने का दबाव बनाती थी.

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Published : Aug 22, 2020, 8:06 PM IST

Updated : Aug 22, 2020, 10:45 PM IST

Employee became a means of illegal collection
उगाही के आरोप में हटाए गए कर्मचारी

बिलासपुर: जिले के महिला एवं बाल विकास विभाग की एक महिला अधिकारी इन दिनों विवादों में घिरी हुई हैं. इस विभाग में दो अस्थाई कर्मचारी ने जिला बाल संरक्षण अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाया है. कर्मचारियों का आरोप है कि बाल संरक्षण अधिकारी पार्वती वर्मा उन्हें प्रताड़ित करती हैं. इतना ही नहीं अधिकारी पर कर्मचारियों से अवैध वसूली के लिए दबाव बनाने का आरोप भी लगा है.

महिला बाल विकास अधिकारी पर गंभीर आरोप

दोनों कर्मचारियों ने बताया कि बीते दिनों शहर के हेमूनगर क्षेत्र में बाल श्रमिक से काम कराने के एवज में महिला अधिकारी ने पैसे के लेनदेन के लिए दवाब बनाया. इसी तरह चकरभाठा स्थित एक थोक किराने के दुकान में भी बाल श्रमिक से काम कराने का मामला उजागर हुआ था, जिसकी शिकायत करने पर भी महिला अधिकारी ने कर्मचारियों पर कार्रवाई करने के एवज में पैसा लेनदेन के लिए दवाब बनाया. कर्मचारियों का आरोप है कि उन पर कई मामलों में कार्रवाई के नाम पर अवैध वसूली के लिए दबाव बनाया गया. साथ ही मानसिक और आर्थिक रुप से उन्हें प्रताड़ित भी किया.

बरतुंगा कोयला लोडिंग प्वाइंट पर अवैध वसूली, सफेदपोश नेताओं के शामिल होने का आरोप

शिकायत करने वाले कर्मचारियों पर हुई कार्रवाई

कर्मचारियों ने कलेक्टर समेत बाल आयोग में शिकायत भी की है. आरोपियों ने शिकायत में ये भी बताया है कि उन्हें काम से हटा दिया गया है. यही कार्रवाई वो संबंधित अधिकारी के खिलाफ भी चाहते हैं. कर्मचारियों ने कहा की शिकायत के बाद भी महिला अधिकारी के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. शिकायतकर्ताओं ने एक वॉइस रिकॉर्डिंग भी जमा किया है. निकाले गए कर्मचारियों ने कहा कि इन तमाम प्रकरणों में उन्हें बलि का बकरा बनाया गया है. कर्मचारियों का कहना है कि हमने जो कुछ भी किया वो महिला अधिकारी के आदेश पर ही किया था. जिसकी रिकॉर्डिंग भी हमारे पास है. ऐसे में संबंधित महिला अधिकारी पर भी कार्रवाई होनी चाहिए.

जांच रिपोर्ट के आधार पर होगी कार्रवाई

केस में जब ETV भारत ने महिला अधिकारी के पास पहुंची तो वह मीडिया से बचती नजर आई. उन्होंने इस पूरे मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया और नियमों का हवाला देने लगीं. जिला कार्यक्रम अधिकारी का कहना है कि इन मामलों को लेकर उनके पास भी कई शिकायतें आई है. जिला पंचायत से पत्र भी मिला है. शिकायतकर्ताओं ने ऑडियो भी उपलब्ध करवाए हैं. संबंधित अधिकारी के खिलाफ अब तक के सभी मामलों को लेकर एक जिला स्तरीय जांच कमेटी बना दी गई है. जिसकी जांच की प्रक्रिया अभी जारी है. हम जल्द रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करेंगे. जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि इससे पहले जिला संरक्षण अधिकारी के खिलाफ बिलासपुर कार्यालय में नियुक्ति को लेकर भी शिकायत सामने आई है. इससे पहले उन्हें उनके पद से बर्खास्त किया गया था. ऐसे में फिर बिलासपुर में उनकी नियुक्ति कैसे हुई इस मुद्दे पर भी जांच चल रही है.

बिलासपुर: जिले के महिला एवं बाल विकास विभाग की एक महिला अधिकारी इन दिनों विवादों में घिरी हुई हैं. इस विभाग में दो अस्थाई कर्मचारी ने जिला बाल संरक्षण अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाया है. कर्मचारियों का आरोप है कि बाल संरक्षण अधिकारी पार्वती वर्मा उन्हें प्रताड़ित करती हैं. इतना ही नहीं अधिकारी पर कर्मचारियों से अवैध वसूली के लिए दबाव बनाने का आरोप भी लगा है.

महिला बाल विकास अधिकारी पर गंभीर आरोप

दोनों कर्मचारियों ने बताया कि बीते दिनों शहर के हेमूनगर क्षेत्र में बाल श्रमिक से काम कराने के एवज में महिला अधिकारी ने पैसे के लेनदेन के लिए दवाब बनाया. इसी तरह चकरभाठा स्थित एक थोक किराने के दुकान में भी बाल श्रमिक से काम कराने का मामला उजागर हुआ था, जिसकी शिकायत करने पर भी महिला अधिकारी ने कर्मचारियों पर कार्रवाई करने के एवज में पैसा लेनदेन के लिए दवाब बनाया. कर्मचारियों का आरोप है कि उन पर कई मामलों में कार्रवाई के नाम पर अवैध वसूली के लिए दबाव बनाया गया. साथ ही मानसिक और आर्थिक रुप से उन्हें प्रताड़ित भी किया.

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शिकायत करने वाले कर्मचारियों पर हुई कार्रवाई

कर्मचारियों ने कलेक्टर समेत बाल आयोग में शिकायत भी की है. आरोपियों ने शिकायत में ये भी बताया है कि उन्हें काम से हटा दिया गया है. यही कार्रवाई वो संबंधित अधिकारी के खिलाफ भी चाहते हैं. कर्मचारियों ने कहा की शिकायत के बाद भी महिला अधिकारी के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. शिकायतकर्ताओं ने एक वॉइस रिकॉर्डिंग भी जमा किया है. निकाले गए कर्मचारियों ने कहा कि इन तमाम प्रकरणों में उन्हें बलि का बकरा बनाया गया है. कर्मचारियों का कहना है कि हमने जो कुछ भी किया वो महिला अधिकारी के आदेश पर ही किया था. जिसकी रिकॉर्डिंग भी हमारे पास है. ऐसे में संबंधित महिला अधिकारी पर भी कार्रवाई होनी चाहिए.

जांच रिपोर्ट के आधार पर होगी कार्रवाई

केस में जब ETV भारत ने महिला अधिकारी के पास पहुंची तो वह मीडिया से बचती नजर आई. उन्होंने इस पूरे मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया और नियमों का हवाला देने लगीं. जिला कार्यक्रम अधिकारी का कहना है कि इन मामलों को लेकर उनके पास भी कई शिकायतें आई है. जिला पंचायत से पत्र भी मिला है. शिकायतकर्ताओं ने ऑडियो भी उपलब्ध करवाए हैं. संबंधित अधिकारी के खिलाफ अब तक के सभी मामलों को लेकर एक जिला स्तरीय जांच कमेटी बना दी गई है. जिसकी जांच की प्रक्रिया अभी जारी है. हम जल्द रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करेंगे. जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि इससे पहले जिला संरक्षण अधिकारी के खिलाफ बिलासपुर कार्यालय में नियुक्ति को लेकर भी शिकायत सामने आई है. इससे पहले उन्हें उनके पद से बर्खास्त किया गया था. ऐसे में फिर बिलासपुर में उनकी नियुक्ति कैसे हुई इस मुद्दे पर भी जांच चल रही है.

Last Updated : Aug 22, 2020, 10:45 PM IST
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