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लापरवाहीः शो-पीस बना ट्रांसफार्मर और पोल, दो साल से बिजली की राह देख रहे ग्रामीण - बिलासपुर बिजली समस्य़ा खबर

बिलासपुर पेंड्रा रोड़ के पडरीखार गांव में बिजली के पोल और ट्रांसफॉर्मर लगने के 2 साल बाद भी ग्रामीणों को बिजली नसीब नहीं हो रही है. गांव के स्कूली बच्चे मोमबत्ती और लालटेन की रोशनी में पढ़ने को मजबूर हैं.

बिलासपुर के पडरीखार में नहीं पहुंची बिजली
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Published : Oct 4, 2019, 7:56 AM IST

Updated : Oct 9, 2019, 11:19 AM IST

बिलासपुरः पेंड्रा का एक ऐसा गांव जहां के लोग बिजली विभाग की लापरवाही से अंधेरे में जीने के लिए मजबूर हैं. बिजली विभाग ने ट्रांसफॉर्मर तो लगा दिया, लेकिन बिजली देना भूल गया है. बिजली नहीं मिलने पर ग्रामीण बिजली शुरू कराने के लिए विभागीय अधिकारियों के पास चक्कर लगाकर थक चुके हैं.

बिलासपुर के पडरीखार में नहीं पहुंची बिजली

दो साल से बिजली की राह देख रहे ग्रामीण
दरअसल, पूरा मामला पडरीखार के करमठिया मोहल्ले का है, जहां 2 साल पहले घर-घर बिजली पहुंचाने के लिए पोल के साथ ट्रांसफार्मर लगाया गया था, जिसे देख ग्रामीणों के चेहरे पर खुशी थी कि जल्द ही उनके घरों में बिजली पहुंचेगी और अंधेरा दूर हो जाएगा, लेकिन प्रशासन और बिजली विभाग की लचर रवैए से 2 साल के बाद भी बिजली नहीं पहुंच पाई है. ग्रामीण आज भी अंधेरे में गुजर-बसर करने को मजबूर हैं.

मोमबत्ती के सहारे संवार रहे भविष्य
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में बिजली न होना एक गंभीर समस्या है. इस वजह से स्कूली बच्चों को पढ़ने-लिखने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों ने बिजली सप्लाई नहीं होने पर कई बार अधिकारियों के पास शिकायत की, लेकिन जवाबदेह अधिकारियों ने मामले से पल्ला झाड़ लिया और समाधान के लिए पेंड्रा और गौरेला के बीच चक्कर लगवाते रहे. ग्रामीणों ने थक हार कर बिजली की उम्मीद छोड़ दी और अंधेरे में जीने की आदत डाल ली है. इसके साथ ही बच्चे लालटेन या मोमबत्ती की रोशनी में अपना भविष्य संवारने में लगे हैं.

मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई
ETV भारत से बातचीत में पेंड्रा रोड़ के SDM ने बताया कि उन्हें इस बात की जानकारी हुई है. उन्होंने मामले में बिजली विभाग के अधिकारी से बात कर जल्द से जल्द गांव में बिजली पहुंचाने की बात कही है.

बिलासपुरः पेंड्रा का एक ऐसा गांव जहां के लोग बिजली विभाग की लापरवाही से अंधेरे में जीने के लिए मजबूर हैं. बिजली विभाग ने ट्रांसफॉर्मर तो लगा दिया, लेकिन बिजली देना भूल गया है. बिजली नहीं मिलने पर ग्रामीण बिजली शुरू कराने के लिए विभागीय अधिकारियों के पास चक्कर लगाकर थक चुके हैं.

बिलासपुर के पडरीखार में नहीं पहुंची बिजली

दो साल से बिजली की राह देख रहे ग्रामीण
दरअसल, पूरा मामला पडरीखार के करमठिया मोहल्ले का है, जहां 2 साल पहले घर-घर बिजली पहुंचाने के लिए पोल के साथ ट्रांसफार्मर लगाया गया था, जिसे देख ग्रामीणों के चेहरे पर खुशी थी कि जल्द ही उनके घरों में बिजली पहुंचेगी और अंधेरा दूर हो जाएगा, लेकिन प्रशासन और बिजली विभाग की लचर रवैए से 2 साल के बाद भी बिजली नहीं पहुंच पाई है. ग्रामीण आज भी अंधेरे में गुजर-बसर करने को मजबूर हैं.

मोमबत्ती के सहारे संवार रहे भविष्य
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में बिजली न होना एक गंभीर समस्या है. इस वजह से स्कूली बच्चों को पढ़ने-लिखने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों ने बिजली सप्लाई नहीं होने पर कई बार अधिकारियों के पास शिकायत की, लेकिन जवाबदेह अधिकारियों ने मामले से पल्ला झाड़ लिया और समाधान के लिए पेंड्रा और गौरेला के बीच चक्कर लगवाते रहे. ग्रामीणों ने थक हार कर बिजली की उम्मीद छोड़ दी और अंधेरे में जीने की आदत डाल ली है. इसके साथ ही बच्चे लालटेन या मोमबत्ती की रोशनी में अपना भविष्य संवारने में लगे हैं.

मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई
ETV भारत से बातचीत में पेंड्रा रोड़ के SDM ने बताया कि उन्हें इस बात की जानकारी हुई है. उन्होंने मामले में बिजली विभाग के अधिकारी से बात कर जल्द से जल्द गांव में बिजली पहुंचाने की बात कही है.

Intro:cg_bls_02_bijli_avb_CGC10013

बिलासपुर - पेंड्रा का एक ऐसा गांव जहां विद्युत विभाग की लापरवाही का खामियाजा ग्रामीण दो सालों से भुगतने को मजबूर है जहां विभाग ने दो साल पहले गांव में ट्रांसफॉर्मर तो लगा दिया पर विद्युत आपूर्ति बहाल न होने से दो साल बीतने के बाद भी ग्रामीणों को बिजली की रोशनी मुनासिब नही हुई और ग्रामीण बिजली आने का इंतजार कर रहे है वही ग्रामीण अपने गांव में बिजली चालू कराने को एक अधिकारी से दूसरे अधिकारियों के चक्कर काटने को मजबूर है तो मामले में अब एसडीएम ने तीन दिनों में गांव के करमठिया मोहल्ले में बिजली चालू करवाने की बात कह रहे है ।
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दरअसल पूरा मामला पडरीखार के करमठिया मोहल्ला का है जहां विद्युत विभाग द्वारा 2 साल पूर्व मोहल्ले में घर घर बिजली पहुचाने के उद्देश्य से विद्युत पोल के साथ ट्रांसफार्मर लगाया गया । विद्युत विभाग के द्वारा किये जा रहे काम को देख कर गांव के ग्रामीणों में खुशी छायी हुई थी जल्द ही उनके घरों में बिजली पहुचेगी और घरो से अंधेरा दूर होकर रोशनी फैलेगी लेकिन 2साल के बाद भी गांव के ग्रामीणों के उम्मीद पूरा न हुआ और गांव के इस मोहल्ले में आजतक अंधेरा छाया रहा । बिजली आपूर्ति बहाल न होने से ग्रामीण आज भी अंधेरे में गुजर बसर करने को मजबूर है । लम्बे समय बाद भी ट्रांसफार्मर से बिजली सप्लाई चालू न होने से यहां के लोग परेशान है ऐसा नही है कि यहां के ग्रामीण अपनी समस्याओं को विभाग को नही बताया पर जवाबदारी अधिकारी है कि एक दफ्तर से दूसरे दफ्तर ग्रामीणों को भेज मामले के जवाबदारी से पल्लाझाड़ लिया । थक हार कर पडरीखार गांव के करमठिया मोहल्ले के ग्रामीण विधुत विभाग से उम्मीद करना ही छोड़ दिया और अंधेरो में जीवन जीने की आदत डाल लिया । यहां के पढ़ने वाले बच्चे बिजली न होने के कारण मोमबत्ती के सहारे से अपनी भविष्य संवारने में लग गए ।Conclusion:cg_bls_02_bijli_avb_CGC10013


वही जब मीडियाकर्मी ने इस मामले से अनुविभागीय अधिकारी को अवगत कराया तो उन्होंने ने मामले की गम्भीरता देखते हुए हुए तत्काल विद्युत बिभाग के कार्यपालन अभियंता से बात कर जल्द विद्युत आपूर्ति बहाल करने की बात कही है ।

बाईट- ग्रामीणों की बाईट
बाईट- डिगेश पटेल sdm पेंड्रारोड़
Last Updated : Oct 9, 2019, 11:19 AM IST
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