बिलासपुर: माघ मास के अंतिम दिन पुन्नी मेले का आयोजन पिछले कई वर्षों से किया जा रहा है. श्रद्धालु तीन दिवसीय मेले का लुत्फ उठा रहे हैं.बिलासपुर से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर तखतपुर के ग्राम पंचायत बेलपान में नर्मदा उद्गम की आस्था से जुड़ी विशेष कहानी है, जहां अनादि काल से लोग श्रद्धा की डुबकी लगाते आ रहे हैं.
श्रद्धालुओं का कहना है कि नर्मदा उद्गम का जल पाकर उनको विशेष आशीर्वाद मिलता है. ऐसा माना जाता है कि यहां ॠषि-मुनि प्रतिदिन कुण्ड स्नान करने अमरकंटक जाते थे. वृद्ध अवस्था में अमरकंटक कुण्ड स्नान करने में असमर्थ होते देख माता नर्मदा ने स्वप्न में आकर बेलपान में नर्मदा उद्गम की विशेष बात कही, तब से आज तक अनादिकाल से लोग श्रद्धा के डुबकी लगाते हैं.
उखरा बेलपान मेले का प्रसिद्ध मिठाई
लोगों का कहना है कि अगर आप बेलपान नर्मदा उद्गम स्थल में पुन्नी माघी मेला में जाते हैं तो यहां का प्रमुख मीठा उखरा है, जो गुड़ और लाई से बनाया जाता है. यह काफी स्वादिष्ट होता है.