बिलासपुर : सब इंस्पेक्टर के पदों की भर्ती के लिए राज्य शासन ने 2018 में परीक्षा आयोजित की थी. इसके बाद पांच चरणों में यह परीक्षा ली गई थी. इन पांच चरणों में पहले चरण में दस्तावेज और शारीरिक माप परीक्षण, प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा, शारीरिक दक्षता परीक्षा, साक्षात्कार परीक्षा की प्रक्रिया की गई. भर्ती प्रक्रिया के दौरान अभ्यर्थियों का चयन किया गया है, लेकिन पिछले तीन माह से इस परीक्षा का परिणाम रोक दिया गया है. यह मामला छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में भी विचाराधीन है, लेकिन कोर्ट ने इस मामले में अब तक परीक्षा का रिजल्ट घोषित करने में स्टे नहीं दिया है. इसलिए परीक्षा में शामिल लगभग 1378 परीक्षार्थी परिणाम का इंतजार कर रहे हैं.
रिजल्ट नहीं घोषित होने से अभ्यर्थी परेशान : परीक्षार्थियों का कहना है कि परीक्षा परिणाम नहीं आने की वजह से अब शासन के प्रति रोष बढ़ता जा रहा है और यह मांग कर रहे हैं कि जल्द परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया जाए, ताकि वह अपने जीवन में आगे बढ़े. जो पास होंगे वह सब इंस्पेक्टर की नौकरी करेंगे और जो फेल होंगे वह अपने जीवन यापन के लिए दूसरा काम शुरू करेंगे. परीक्षा का परिणाम घोषित नहीं किए जाने की वजह से उनकी जिंदगी रुक गई है.
बीजेपी शासन में हुई थी भर्ती : आपको बता दें कि बीजेपी शासनकाल के दौरान 2018 में सब इंस्पेक्टर, प्लाटून कमांडर भर्ती परीक्षा आयोजित की हुई थी.जिसमें प्रदेशभर से लगभग 1लाख 45 हजार अभ्यर्थियों ने परीक्षा में शामिल हुआ था. इनमें लगभग 1378 अभ्यर्थी साक्षात्कार तक पहुंचे हैं. सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा के सभी चरण का पालन करते 2021 में इसे संपन्न कर ली गई है. लेकिन अंतिम चयन सूची जारी नहीं की गई है. चयन सूची जारी करने के लिए अभ्यर्थी पूर्व मुख्यमंत्री से लेकर अधिकारियों तक कई बार सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थी गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अब तक भर्ती परीक्षा का परिणाम घोषित नहीं किया गया है.
भर्ती को लेकर बन रहे हैं दो पक्ष : परीक्षार्थी अपनी मांग को लेकर नई सरकार के पास भी पहुंचे थे . नवनियुक्त मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से भी मुलाकात कर चुके हैं. इसके अलावा उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा से भी मुलाकात की है. इस भर्ती परीक्षा को लेकर पिछले दिनों कुछ अभ्यर्थियों ने गलत तरीके से भर्ती किए जाने चयन किए जाने को लेकर छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की है. याचिकाकर्ताओं और शासन के तर्क कोर्ट में सुना गया हैं. इस मामले को लेकर परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थियों में से कुछ लोग इसे निरस्त करवाना चाहते हैं तो कुछ भर्ती परीक्षा का परिणाम घोषित करने की मांग कर रहे हैं.