बिलासपुर: शहर में महिलाओं से सोने चांदी के जेवरात उतरवाकर चंपत होने जाने वाले गैंग को पुलिस ने पकड़ा गया है. पकड़े गए गैंग में 9 पुरुषों के अलावा महिलाएं भी शामिल थी. दरअसल पुलिस को शिकायत मिली थी कि शहर के अलग अलग हिस्सों में एक गैंग लोगों को झांसा देकर उनसे ठगी कर रहा है. पुलिस ने जब पीड़ितों से पूछताछ की तो पता चला कि गैंग के लोग झांसा देकर उनके गहने उड़ा ले जाते हैं. लगातार मिल रही शिकायतों के बाद पुलिस ने मुखबिरों को पतासाजी के लिए लगाया. मुखबिर की सूचना पर गैंग के बार में पुलिस को जानकारी मिली. पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए गैंग को धर दबोचा. गैंग में तीन नाबालिग लड़के भी शामिल थे जो रेकी का काम करते थे.
महिलाओं को बनाते थे शिकार: पुलिस के मुताबिक ज्यादातर मामलों में गैंग ने महिलाओं को ही शिकार बनाया था. पुलिस का कहना है कि दोपहर के वक्त जब मर्द घर में नहीं रहते थे उस वक्त ये गैंग अपना काम करता था. सिविल लाइन की शशी पांडेय ने बताया कि उसे भी गैंग के लोगों ने ठगा था. महिला के मुताबिक वो बैंक जा रही थी तभी गैंग के लोगों ने धोखे से उसका कंगन खुलवा लिया था. कोतवाली थाने की लक्ष्मी अग्रवाल ने शिकायत में कहा कि उसे भी नकली नोट के झांसे में फंसाकर गैंग के लोगों ने ठगा. उसे नकली नोटों की गड्डी दिखाकर उसके 1 लाख 20 हजार के गहने लेकर गिरोह के लोग चंपत हो गए.
गैंग के लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट का करते थे इस्तेमाल : पुलिस ने बताया कि पकड़े जाने के डर से गिरोह के सभी सदस्य अलग अलग जगहों पर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे. गिरोह पर किसी को शक नहीं हो इसके लिए ये लोग सार्वजनिक जगहों पर मिलते थे और सार्वजनिक वाहनों का इस्तेमाल करते थे. पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ में पकड़े गए गैंग के लोग दिल्ली में उनके तार किससे जुड़े हैं इसका भी खुलासा कर सकते हैं.