बिलासपुर: सलका के सरपंच ने आदिवासी परिवार से पचास हजार रुपए मांग की. मजदूरी करने वाला आदिवासी परिवार पैसे नहीं दे सका तो उसे गांव से बाहर निकाल दिया गया. अब पीड़ित परिवार दर-दर भटक रहा है. यह मामला कोटा थाना के सलका गांव का है.
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जानिए क्या है पूरा मामला: आदिवासी विधवा महिला ने बताया कि, सरपंच ने पैसे की मांग की, पैसा नहीं देने पर उसने गांव से बाहर निकल जाने का आदेश देते हुए हमारा हुक्का पानी बंद कर दिया है. आदिवासी महिला अब अपने बच्चों के साथ कहां जाए उसे समझ नहीं आ रहा है.
उसने बताया कि, बड़ा बेटा तोरण खुसरो गांव के राधे नायक का बकरा ले आया था. गांव वालों को लगा कि बकरा चोरी करके लाया है. तब वे महिला चन्द्रमती और उसके परिवार से विवाद करने लगे. पूरे गांव में हल्ला कर दिया कि उनके परिवार के किसी भी सदस्य को कोई भी राशन साम्रगी नहीं देगा. गांव वालों ने तब पीड़ित परिवार के बेटे द्वारा लाया गया बकरा को वापस कर दिया.
बकरा वापस करने के बाद भी विवाद बना रहा. इस मामले में सरपंच भुवन सिंह जगत ने 50 हजार रुपए की मांग की. सरपंच ने मामले को रफा-दफा करवाने की बात कहकर पैसों की मांग की. जब पीड़ित परिवार ने रुपये नहीं दिए तो पूरे गांव में कह दिए कि इन लोगों का दाना पानी रोक दो. आदिवासी परिवार को गांव से निकल जाने को कहा है. सरपंच भुवन सिंह जगत के आदेश के बाद पीड़ित को राशन पानी नहीं दिया जा रहा है और उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
कोटा थाने में महिला ने की शिकायत: मामले की शिकायत पीड़ित महिला चन्द्रमती ने कोटा थाने में की है. कोटा थाने के टीआई ने कार्रवाई के नाम पर केवल खानापूर्ति की है. मामले की जांच की बात कही है. टीआई ने बताया कि वे गांव में जांच के लिए स्टाफ भेजे थे और पीड़ित परिवार नहीं मिला. वे लोग गांव से कहीं चले गए हैं. पीड़ित परिवार के आने के बाद मामले की सही जानकारी हो पाएगी.