ETV Bharat / state

बिलासपुर: चकरभाटा नेशनल हाईवे पर मिली विक्षिप्त व्यक्ति की लाश, तहकीकात में जुटी पुलिस - Dead body found on Chakarbhata

चकरभाटा नेशनल हाईवे पर एक विक्षिप्त व्यक्ति की लाश मिली है. मृतक का नाम परदेसी केवट है. पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी हुई है.

dead-body-of-a-deranged-person-found-on-chakarbhata-national-highway-in-bilaspur
चकरभाटा नेशनल हाईवे पर मिली विक्षिप्त व्यक्ति की लाश
author img

By

Published : Sep 12, 2020, 4:57 PM IST

बिलासपुर: चकरभाटा नेशनल हाईवे पर एक विक्षिप्त व्यक्ति की लाश मिली है. जानकारी के मुताबिक मृतक का नाम परदेसी केवट है, जो उड़ेला का रहने वाला था. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

चकरभाटा पुलिस ने मृतक के बारे में बताया कि वह सड़क में पिछले 2 महीने से घूम रहा था, जो भीख मांगकर गुजारा कर रहा था, परदेसी केवट की लाश शनिवार को सड़क किनारे पड़ी मिली.

बलरामपुर: विक्षिप्त भाई की तड़पा-तड़पाकर ली जान, सलाखों के पीछे छोटा भाई

लॉकडाउन के बाद किसी ने नहीं दिया बेसहारों को सहारा

गौरतलब है कि देश समेत प्रदेश में लॉकडाउन के बाद से विक्षिप्त लोगों की ओर किसी ने झांका तक नहीं है. कोरोना वायरस के कारण सामाजिक दूरी को लेकर विक्षिप्त और भी ज्यादा दूर हो गए, हद तो यह कि पहले ही बेसहारा घूम रहे विक्षिप्त भूखे रहे गए, जिससे कई विक्षिप्त लोगों को मौत का सामना करना पड़ा.

सूरजपुर: 20 वर्षों से रस्सियों में कैद 'जिंदगी', सिस्टम से मदद की आस

बिलासपुर पुलिस का अभियान ठप

पुलिस के मुताबिक नेशनल हाईवे, रेलवे स्टेशन या फिर भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों पर घूमने वाले विक्षिप्त लोगों के लिए विशेष पहल की गई थी, लेकिन वह अभियान भी ठप पड़ गया. बिलासपुर पुलिस ने 2 वर्ष पहले विक्षिप्तों के इलाज के लिए राज्य के मानसिक अस्पताल सेंदरी भिजवाया जा रहा था, लेकिन अभियान बंद पड़ गया, जिसका खामियाजा देखने को मिल रहा है.

बिलासपुर: चकरभाटा नेशनल हाईवे पर एक विक्षिप्त व्यक्ति की लाश मिली है. जानकारी के मुताबिक मृतक का नाम परदेसी केवट है, जो उड़ेला का रहने वाला था. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

चकरभाटा पुलिस ने मृतक के बारे में बताया कि वह सड़क में पिछले 2 महीने से घूम रहा था, जो भीख मांगकर गुजारा कर रहा था, परदेसी केवट की लाश शनिवार को सड़क किनारे पड़ी मिली.

बलरामपुर: विक्षिप्त भाई की तड़पा-तड़पाकर ली जान, सलाखों के पीछे छोटा भाई

लॉकडाउन के बाद किसी ने नहीं दिया बेसहारों को सहारा

गौरतलब है कि देश समेत प्रदेश में लॉकडाउन के बाद से विक्षिप्त लोगों की ओर किसी ने झांका तक नहीं है. कोरोना वायरस के कारण सामाजिक दूरी को लेकर विक्षिप्त और भी ज्यादा दूर हो गए, हद तो यह कि पहले ही बेसहारा घूम रहे विक्षिप्त भूखे रहे गए, जिससे कई विक्षिप्त लोगों को मौत का सामना करना पड़ा.

सूरजपुर: 20 वर्षों से रस्सियों में कैद 'जिंदगी', सिस्टम से मदद की आस

बिलासपुर पुलिस का अभियान ठप

पुलिस के मुताबिक नेशनल हाईवे, रेलवे स्टेशन या फिर भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों पर घूमने वाले विक्षिप्त लोगों के लिए विशेष पहल की गई थी, लेकिन वह अभियान भी ठप पड़ गया. बिलासपुर पुलिस ने 2 वर्ष पहले विक्षिप्तों के इलाज के लिए राज्य के मानसिक अस्पताल सेंदरी भिजवाया जा रहा था, लेकिन अभियान बंद पड़ गया, जिसका खामियाजा देखने को मिल रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.