बिलासपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इसी बीच कोविड-19 टेस्ट में बढ़ोत्तरी के लिए राज्य सरकार ने अलग-अलग शहरों में इसकी अनुमति दे दी है. इस कड़ी में बिलासपुर में भी अब कोरोना की जांच की जा सकेगी. इसके अलावा राजनांदगांव और अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भी कोरोना जांच की अनुमति मिल गई है. जिसके तहत अब संभाग के लोगों का टेस्ट जल्द से जल्द हो पाएगा.
लंबे इतंजार के बाद आखिर वो वक्त आ गया है जब बिलासपुर में भी कोरोना टेस्ट की सुविधा मिल सकेगी. संभाग के लोगों को कोविड-19 टेस्ट लैब की सौगात मिल गई है. जिले के कोरोना संदिग्ध मरीजों का टेस्ट अब शहर में ही होगा और इस तरह रायपुर पर अब निर्भरता खत्म हो गई है. इस सौगात के मिलते ही शहर और पूरे संभाग भर के संदिग्ध मरीजों का टेस्ट अब बिलासपुर में ही जल्द हो पायेगा. सिम्स के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट में स्थापित लैब से अब एक दिन में दर्जनों टेस्ट रिपोर्ट प्राप्त किए जा सकते हैं.
पहले दिन सात लोगों के सैंपल की जांच
शुरुआत में लैब में सात सैंपल की जांच भी की गई जिसकी जानकारी आईसीएमआर रायपुर को भेज दी गई है. सिम्स अस्पताल के हाई रिस्क और क्वॉरेंटाइन स्टॉफ में से सात लोगों के सैंपल लेकर टेस्ट किए गए. बीते गुरुवार को ट्रू नॉट मशीन का टेस्ट किया गया था, जिसमें रायपुर से आए सैंपल का उपयोग किया गया था. जिसकी रिपोर्ट राज्य स्तरीय तकनीकी समिति को भेजी गई थी. जिसके बाद कमेटी ने अब सैंपल टेस्ट की अनुमति दे दी है. अभी ट्रू नॉट मशीन से लैब शुरू किया गया है. इसके अलावा आनेवाले दिनों में RTPCR के माध्यम से भी यहां जांच की जाएगी.
एक ही दिन में मिल जाएगी रिपोर्ट
पहले सैंपल को रायपुर भेजा जाता था जिसमें दो दिन लग जाते थे, लेकिन अब टेस्ट होने के बाद उसी दिन रिपोर्ट भी मिल जाएगी. बिलासपुर में कोविड-19 अस्पताल की सौगात मिलने के बाद शहर में ही अब टेस्ट लैब का होना कोरोना काल में एक बड़ी उपलब्धि है, हालांकि अभी भी जरूरत इस बात की है कि लोगों को चिकित्सा प्रक्रिया के तमाम उलझनों से बचना चाहिए और मास्क पहनने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग के अलावा स्वास्थ्य विभाग से जारी गाइडलाइन का पालन करें.