बिलासपुर: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर नियुक्त वरिष्ठ पर्यवेक्षक प्रीतम सिंह शनिवार को बिलासपुर पहुंचे. उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट दावेदारों से बंद कमरे में बातचीत की. इस दौरान प्रीतम सिंह ने उम्मीदवारों के मन को टटोलते हुए उनसे वााद लिया कि टिकट मिले या ना मिले, वो पार्टी के लिए इमानदारी से काम करेंगे.
हर क्षेत्र से आए कई आवेदन: दरअसल, हर विधानसभा क्षेत्र के कई दावेदार ऐसे हैं जो सालों से पार्टी में सक्रिय हैं. ऐसे में पार्टी उन्हें नाराज नहीं करना चाह रही है. यही कारण है कि बड़े नेताओं को हर विधानसभा में भेज कर टिकट दावेदारों से मीटिंग ली जा रही है. ताकि कोई भी नेता पार्टी से नाराज ना हो. बात अगर बिलासपुर की करें तो जिले में 6 विधानसभा सीटें है. इन विधानसभाओ में चुनाव लड़ने के लिए लगभग 417 उम्मीदवारों ने पीसीसी में आवेदन दिया है. भारी भरकम मिले आवेदन से पार्टी के प्रदेश स्तर के नेता सहित राष्ट्रीय नेताओं के भी होश उड़ गए हैं.
पार्टी के प्रति वफादार रहने की दी सलाह: पूरे प्रदेश में कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ने हजारों दावेदार सामने आ रहे हैं. 90 विधानसभाओ में लगभग डेढ़ हजार से भी ज्यादा उम्मीदवारों ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी को टिकट के लिए आवेदन दिया है. ऐसे में पार्टी भी उन उम्मीदवारों से उनकी राय जानने और उनका प्रोफाइल जांचने के लिए जिला मुख्यालय पहुंच रही है. शनिवार को बिलासपुर में कांग्रेस के विधानसभा के दावेदार से मिलने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पर्यवेक्षक प्रीतम सिंह पहुंचे. उन्होंने छत्तीसगढ़ भवन के बंद कमरे में उम्मीदवारों से चर्चा की. यह चर्चा एक-एक कर उम्मीदवारों से की गई. सभी को पार्टी के प्रति ईमानदार रहने की सलाह दी गई.
कांग्रेस पार्टी बहुत बड़ी पार्टी है. सभी टिकट मांगते हैं, लेकिन टिकट जीतने वाले कैंडिडेट को ही दिया जाता है. टिकट जिताऊ उम्मीदवार को दिया जाएगा. हम सभी उम्मीदवारों ने पर्यवेक्षक को भरोसा दिलाया है कि टिकट चाहे हमें मिले या किसी और को. हमेशा ही पार्टी के प्रति ईमानदारी से जुड़े रहेंगे और पार्टी की सफलता के लिए चुनाव में काम करेंगे. -राजेंद्र शुक्ला, बिल्हा विधानसभा सीट से दावेदार
उम्मीदवारों ने दिलाया भरोसा: आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनने की उम्मीद कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को है. वे खुद को प्रत्याशी घोषित करने को लेकर पीसीसी को आवेदन दे चुके हैं. उम्मीदवारों की बड़ी संख्या को देखते हुए पीसीसी और एआईसीसी की तरफ से कई पर्यवेक्षक और प्रभारी उम्मीदवारों से चर्चा कर रहे हैं.