बिलासपुर: मरवाही उपचुनाव के पहले पेंड्रा नगर पंचायत अध्यक्ष समेत दो पार्षद ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा है कि, 'यह कांग्रेस की संस्कृति रही है. कांग्रेस लोगों को ब्लैकमेल कर अपनी पार्टी में शामिल करवाती है'.
मरवाही उपचुनाव से पहले बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. पेंड्रा नगर पंचायत के अध्यक्ष कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम के सामने राकेश जलन ने कांग्रेस की सदस्यता ले ली है. नगर पंचायत पेंड्रा के अध्यक्ष के साथ 2 पार्षदों ने भी कांग्रेस की सदस्यता ली है.
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बीजेपी नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय बौखलाए हुए नजर आए. उन्होंने कहा कि 'यह कांग्रेस की संस्कृति है, पहले भी साल 2000 में जब छत्तीसगढ़ बना और कांग्रेस की सरकार बनी तो बहुमत होने के बावजूद हमारे 12 विधायकों को दबाव डालकर दलबदल कराया गया था. यह कांग्रेस की संस्कृति है डरा- धमकाकर अपनी पार्टी में लोगों को शामिल करवाना.'
चुनाव हारने से डर रही कांग्रेस- साय
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस चुनाव हारने से डर रही है इसलिए लोगों को ब्लैकमेलिंग कर अपनी पार्टी में शामिल करवा रही है. बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के साथ विष्णुदेव साय मरवाही दौरे पर हैं. बीते दिन तक पेंड्रा नगर पंचायत अध्यक्ष लगातार उनके साथ कार्यक्रम में मौजूद थे. लेकिन शनिवार को अचानक उन्होंने कांग्रेस ज्वॉइन कर लिया. इसके पहले भी गौरेला नगर पंचायत की अध्यक्ष जो भाजपा से ही थी, वे भी कांग्रेस में प्रवेश कर चुकी हैं.
3 नवंबर को होंगे मतदान
दिवंगत नेता अजीत जोगी के निधन के बाद मरवाही सीट खाली हुई थी. वैसे तो मरवाही जोगी परिवार का गढ़ माना जाता है लेकिन कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने ही इस सीट को जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. बीते दिन कांग्रेस समिति की बैठक हुई जिसके बाद सीएम भूपेश बघेल ने मरवाही में प्रचंड जीत का दावा किया है. हालांकि अभी किसी भी पार्टी ने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है. 3 नवंबर को मरवाही विधानसभा के लिए उपचुनाव होने हैं.