बिलासपुर: एक बार फिर चीन से निकली रहस्यमयी बीमारी लोगों पर कहर बरपा रही है. चीन में सांस संबंधित समस्याओं के साथ ही बच्चों में सर्दी खांसी की शिकायतें बढ़ गई है. रहस्यमय निमोनिया का खतरा अब अन्य देशों पर भी मंडराने लगा है. भारत में भी स्वास्थ्य विभाग ने इसे लेकर लोगों को अलर्ट कर दिया है. इस बीच छत्तीसगढ़ में भी बच्चों में सर्दी खांसी की शिकायत देखने को मिल रही है. हालांकि यहां लोगों को अलर्ट नहीं किया गया है.
बदलते मौसम में बीमारी होना आम: वहीं, दूसरी ओर डॉक्टर लोगों को बीमारियों से बचने की सलाह दे रहे हैं. लोगों को अलर्ट रहने के साथ ही बच्चों को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी गई है. अगर बच्चों में कोई लक्षण ऐसे दिखें तो तुरंत डॉक्टर के पास जाने की सलाह दी गई है. दरअसल, मौसम में बदलाव होने पर हर साल बच्चों में वायरल बीमारी देखने को मिलती है. डॉक्टर वैसे सर्दी-खांसी और बुखार को सामान्य मान रहे हैं. हर साल की तरह इस साल भी वायरल फीवर और सर्दी की शिकायत बच्चों में देखने को मिल रही है.
कई राज्यों में अलर्ट जारी: ऐसे में लोगों को भय है कि कहीं चीन से निकली रहस्यमयी निमोनिया बिलासपुर में भी तो नहीं फैल रही. चीन में फैल रही बीमारियों में बच्चों को सर्दी-बुखार के साथ ही आंखों में जलन और दर्द जैसी शिकायतें देखने को मिल रही है. इस बीमारी को लेकर जांच भी की जा रही है. लेकिन ये लक्षण बच्चों में कैसे और क्यों आ रहा है? इसका शोध नहीं हो पाया है. भारत में भी इसे लेकर डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट पर कई राज्यों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. हालांकि छत्तीसगढ़ में अब तक स्वास्थ्य विभाग की ओर से अलर्ट जारी नहीं किया गया है. दूसरी ओर छत्तीसगढ़ में सभी जिला और ग्रामीण अंचलों में बच्चो में बदलते मौसम की वजह से सर्दी, खांसी, बुखार और सिर दर्द की शिकायत इन दिनों देखने को मिल रही है. हालांकि हालात चाइना जैसे नहीं हुए हैं.
जानिए क्या कहते हैं चिकित्सक: इस बारे में ईटीवी भारत ने पीडियाट्रिक डॉ. राकेश साहू से बातचीत की. उन्होंने कहा कि, "बच्चों में सर्दी, खांसी, बुखार, चिड़चिड़ापन और सर दर्द बदलते मौसम की वजह से हो रहा है. इसलिए माता-पिता को बच्चों के प्रति सावधानी बरतनी चाहिए. जिन बच्चों में यह लक्षण है, उन्हें दूसरे बच्चों से दूर रखना चाहिए. दवाई के साथ ही ताजा भोजन खिलाना चाहिए. साफ धुले कपड़े पहनाना चाहिए. इसके अलावा जिन बच्चों में यह लक्षण नहीं है, उन्हें उन बच्चों से दूर रखें. जिनमें यह लक्षण पाए जा रहे हैं. बच्चों को गर्म कपड़े पहनाएं. साथ ही खाने-पीने की चीजों में ध्यान देना चाहिए. बच्चे बाजार का खाना खाने के बजाए घर में पका खाना खाएं. बच्चों को साफ-सुथरे जगह में रखें. ज्यादा कोशिश यह रहे कि दूसरे बच्चे से अपने बच्चों को अलग रखें. स्कूल भेजते समय उन्हें मास्क पहनाए. हाथों को साबुन से धोने के बाद ही खाना खाने दें. इन सावधानियों के साथ ही बच्चों को वायरल बीमारियों से दूर रखा जा सकता है."
हर साल मौसम बदलने पर होती है वायरल बीमारी: चिकित्सकों की मानें तो हर साल मौसम में बदलाव होने पर बच्चों में सर्दी-खांसी और बुखार की शिकायत देखने को मिलती है. इस दौरान बच्चों में चिड़चिड़ापन भी देखा जाता है. अगर दिक्कत बढ़े तो डॉक्टर की सलाह लें. इसके साथ ही सावधानी बरतना बेहद आवश्यक है.