बिलासपुर: मरवाही विकासखंड (Marwahi Block) के तहत मड़वाही गांव (Madwahi Village) में बच्चे पहाड़ी नाला पार कर स्कूल जाने मजबूर हैं. अभिभावक भी बच्चों की इस परेशानी को लेकर चिंतित है. स्कूल के लिए निकले बच्चे, जब तक सकुशल घर लौट नहीं आते तक तब तक उनको चिंता सताते रहती है. इसके बावजूद शासन-प्रशासन को बच्चों और पालकों का दर्द नहीं दिख रहा है.
मड़वाही गांव में नहीं हुआ विकास
छत्तीसगढ़ को बने 20 साल हो गए. विकास की किरण मरवाही के कई गांव में नहीं पहुंच पाई है. शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं से अब भी ग्रामीण दूर हैं. छत्तीसगढ़ गठन के बाद से लगातार सुर्खियों में हर रोज कोई ना कोई नेता मरवाही में अपना वर्चस्व दिखाने पहुंच जाते हैं. यहां विकास कब पहुंचेगा. यह मालूम नहीं.
नाला पार करने को छात्र मजबूर
दरअसल, मरवाही विकासखंड के मड़वाही गांव में आज भी छात्र-छात्राओं को शिक्षा ग्रहण करने के लिए नाले को पार कर स्कूल जाना पड़ता है. छात्र-छात्राएं रोज इसी तरह नाले किनारे पहुंचकर कपड़े निकाल कर नाले को पार करते हैं. वापसी का सफर भी वैसा ही होता है. वहीं ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन यहां एक पुल बनवा दें, ताकि वे बरसात के दिनों में भी आसानी से नाला पार कर सके. मुख्य कार्यपालन अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने जल्द ही नाले को बनवाने की बात कही है.