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राज्यगीत के अपमान का मामला, CPRO पर सीएम का वीडियो पोस्ट करने का आरोप, कांग्रेस करेगी आंदोलन - एनएसयूआई जिला अध्यक्ष रंजीत सिंह

Chhattisgarh state song insult case बिलासपुर में रेलवे अधिकारियों के खिलाफ एनएसयूआई ने तारबाहर थाने में शिकायत की है. मामला वंदेभारत ट्रेन के शुभारंभ कार्यक्रम का है. जब स्टेज पर छात्र छत्तीसगढ़ राज्यगीत गा रहे थे उस दौरान रेलवे के अधिकारी बैठे हुए थे. एनएसयूआई ने मामले में रेलवे के अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होने पर एजीएम और डीआरएम ऑफिस में ताला लगाने की चेतावनी दी है. इस मामले में विवाद तब और बढ़ गया जब रेलवे के सीपीआरओ ने सीएम का एक वीडियो व्हाट्सएप ग्रुप पर डाल दिया. बाद में उन्होंने इस वीडियो को डिलीट कर दिया. जिस पर कांग्रेस नेता गुस्से में हैं और रेलवे प्रबंधन से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.

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एनएसयूआई ने तारबाहर थाने में शिकायत की
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Published : Dec 13, 2022, 1:50 PM IST

Updated : Dec 13, 2022, 10:49 PM IST

एनएसयूआई ने तारबाहर थाने में शिकायत की

बिलासपुर: वंदे भारत ट्रेन के स्वागत के लिए 11 दिसंबर को बिलासपुर में हुए कार्यक्रम में राज्यगीत के अपमान का मुद्दा तूल पकड़ने लगा है. इस मामले में विवाद के बीच रेलवे और कांग्रेस नेता आमने सामने हो गए हैं. इस विवाद ने एक बार फिर तब बड़ा रूप धारण कर लिया जब रेलवे के सीपीआरओ ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दिया. हालांकि विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने अपना ट्वीट हटा दिया.

क्या है पूरा मामला: 11 दिसंबर को वंदे भारत ट्रेन के स्वागत में बिलासपुर में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस रंगारंग कार्यक्रम में सबसे पहले राज्यगीत अरपा पैरी के धार गाया गया था. लेकिन इस गीत के दौरान वहां बैठे रेलवे के अफसर अपनी सीट पर बैठे रहे. खड़े होकर गाना नहीं गाया. जिसकी वजह से राज्यगीत के अपमान का मामला तेज हो गया है.

रेलवे के अधिकारी ने सीएम का वीडियो किया ट्वीट: इस मामले ने उस समय तूल पकड़ लिया जब रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी साकेत रंजन ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो डाल दिया. जिसमें राज्यगात के दौरान सीएम बैठे हुए थे. इस वीडियो की जानकारी जब रेलवे के बड़े अधिकारियों को हुई तो साकेत रंजन ने यह वीडियो सोशल मीडिया से हटा दिया. इस संबंध में साकेत रंजन का अब तक कोई बयान नहीं आया है.

NSUI और कांग्रेस ने खोला मोर्चा : इस मुद्दे पर कांग्रेस और एनएसयूआई ने मोर्चा खोल लिया है. एनएसयूआई जिला अध्यक्ष रंजीत सिंह ने कहा " इस तरह की हरकत काफी निंदनीय है. एक तरफ प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ की संस्कृति को बढ़ाने और छत्तीसगढ़िया के सम्मान के लिए लगातार काम कर रहे हैं तो भारत सरकार के रेलवे के अधिकारी छत्तीसगढ़ के राज्यगीत का अपमान कर रहे हैं."

Protest Against Reservation पंडरिया में आरक्षण के विरोध में सामान्य वर्ग

बिलासपुर में रेलवे अधिकारियों से की शिकायत: सिंह ने आगे कहा "अभी तक उनके ऊपर किसी तरह की कार्यवाही तक नहीं हुई. ना ही उन्होंने माफी मांगी. राजकीय गीत के सम्मान में जहां देश के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री सहित राज्यपाल भी अपने स्थान से खड़े होकर सम्मान देते हैं. ऐसे में रेलवे के AGM और DRM द्वारा इसका अपमान करना बहुत छोटी बात कही जा रही है. छत्तीसगढ़ की जनता इस अपमान के लिए उनको माफ नहीं करेगी. किसी भी छत्तीसगढ़िया के लिए ये छोटी बात नहीं है. ये सिर्फ राजगीय गीत का ही नहीं ये पूरे छत्तीसगढ़ की जनता का अपमान है. " कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी सहित कांग्रेस के आला पदाधिकारियों ने भी राज्यगीत के अपमान को लेकर शिकायत की बात कही है. उन्होंने रेलवे के जीएम से शिकायत की बात कही है. कार्रवाई नहीं होने पर कांग्रेस ने आंदोलन करने का मन बनाया है.

इससे पहले मंगलवार को भारी संख्या में एनएसयूआई के सदस्य तारबाहर थाने पहुंचे.और दो दिन के अंदर रेलवे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. साथ ही सार्वजनिक माफी मांगने की भी मांग की. कार्रवाई नहीं होने पर AGM और DRM ऑफिस में तालाबंदी करने की भी चेतावनी दी गई.

एनएसयूआई ने तारबाहर थाने में शिकायत की

बिलासपुर: वंदे भारत ट्रेन के स्वागत के लिए 11 दिसंबर को बिलासपुर में हुए कार्यक्रम में राज्यगीत के अपमान का मुद्दा तूल पकड़ने लगा है. इस मामले में विवाद के बीच रेलवे और कांग्रेस नेता आमने सामने हो गए हैं. इस विवाद ने एक बार फिर तब बड़ा रूप धारण कर लिया जब रेलवे के सीपीआरओ ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दिया. हालांकि विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने अपना ट्वीट हटा दिया.

क्या है पूरा मामला: 11 दिसंबर को वंदे भारत ट्रेन के स्वागत में बिलासपुर में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस रंगारंग कार्यक्रम में सबसे पहले राज्यगीत अरपा पैरी के धार गाया गया था. लेकिन इस गीत के दौरान वहां बैठे रेलवे के अफसर अपनी सीट पर बैठे रहे. खड़े होकर गाना नहीं गाया. जिसकी वजह से राज्यगीत के अपमान का मामला तेज हो गया है.

रेलवे के अधिकारी ने सीएम का वीडियो किया ट्वीट: इस मामले ने उस समय तूल पकड़ लिया जब रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी साकेत रंजन ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो डाल दिया. जिसमें राज्यगात के दौरान सीएम बैठे हुए थे. इस वीडियो की जानकारी जब रेलवे के बड़े अधिकारियों को हुई तो साकेत रंजन ने यह वीडियो सोशल मीडिया से हटा दिया. इस संबंध में साकेत रंजन का अब तक कोई बयान नहीं आया है.

NSUI और कांग्रेस ने खोला मोर्चा : इस मुद्दे पर कांग्रेस और एनएसयूआई ने मोर्चा खोल लिया है. एनएसयूआई जिला अध्यक्ष रंजीत सिंह ने कहा " इस तरह की हरकत काफी निंदनीय है. एक तरफ प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ की संस्कृति को बढ़ाने और छत्तीसगढ़िया के सम्मान के लिए लगातार काम कर रहे हैं तो भारत सरकार के रेलवे के अधिकारी छत्तीसगढ़ के राज्यगीत का अपमान कर रहे हैं."

Protest Against Reservation पंडरिया में आरक्षण के विरोध में सामान्य वर्ग

बिलासपुर में रेलवे अधिकारियों से की शिकायत: सिंह ने आगे कहा "अभी तक उनके ऊपर किसी तरह की कार्यवाही तक नहीं हुई. ना ही उन्होंने माफी मांगी. राजकीय गीत के सम्मान में जहां देश के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री सहित राज्यपाल भी अपने स्थान से खड़े होकर सम्मान देते हैं. ऐसे में रेलवे के AGM और DRM द्वारा इसका अपमान करना बहुत छोटी बात कही जा रही है. छत्तीसगढ़ की जनता इस अपमान के लिए उनको माफ नहीं करेगी. किसी भी छत्तीसगढ़िया के लिए ये छोटी बात नहीं है. ये सिर्फ राजगीय गीत का ही नहीं ये पूरे छत्तीसगढ़ की जनता का अपमान है. " कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी सहित कांग्रेस के आला पदाधिकारियों ने भी राज्यगीत के अपमान को लेकर शिकायत की बात कही है. उन्होंने रेलवे के जीएम से शिकायत की बात कही है. कार्रवाई नहीं होने पर कांग्रेस ने आंदोलन करने का मन बनाया है.

इससे पहले मंगलवार को भारी संख्या में एनएसयूआई के सदस्य तारबाहर थाने पहुंचे.और दो दिन के अंदर रेलवे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. साथ ही सार्वजनिक माफी मांगने की भी मांग की. कार्रवाई नहीं होने पर AGM और DRM ऑफिस में तालाबंदी करने की भी चेतावनी दी गई.

Last Updated : Dec 13, 2022, 10:49 PM IST
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