बिलासपुर: नक्सलियों को मदद पहुंचाने के आरोपी निशांत जैन के केस की छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने मंगलवार को सुनवाई की है. कोर्ट ने शासन से केस डायरी तलब की है.
बता दें कि, निशांत जैन और वरुण जैन पर आरोप है कि वे अपनी कंस्ट्रक्शन कंपनी 'जैन लैंडमार्क' की आड़ में नक्सलियों की मदद करते थे. दोनों भाई कई शहर में ठेकेदारी का काम करते थे.
नक्सल प्रभावित कांकेर में ठेका लेती थी कंपनी
दोनों भाइयों की कंपनी का संचालन नक्सल प्रभावित क्षेत्र कांकेर में चलता था. लेकिन कुछ महीनों पहले राज्य पुलिस ने निशांत जैन को गिरफ्तार कर लिया. वहीं उसका भाई वरुण जैन फरार होने में कामयाब हो गया.
वरुण जैन ने दायर की अग्रिम जमानत याचिका
दोनों भाइयों पर नक्सलियों को फंडिंग करने का आरोप लगा है. इस केस में निशांत जैन ने हाईकोर्ट में नियमित जमानत याचिका दायर की है. वहीं उसके फरार भाई वरुण जैन ने अग्रिम जमानत याचिका अदालत में दायर की है.
अगली सुनवाई की तारीख अभी तय नहीं
केस की अगली सुनवाई कब होगी इसकी तारीख तय नहीं है. पूरे मामले की सुनवाई जस्टिस रजनी दुबे की सिंगल बेंच में की गई.
निशांत जैन और वरुण जैन हैं नामी ठेकेदार
बता दें कि, निशांत जैन और वरुण जैन दोनों नामी ठेकेदार हैं. निशांत जैन बिलासपुर में ठेकेदारी करता है. वहीं वरुण जैन राजनांदगांव में ठेकेदारी करता है, जो पुलिस की गिरफ्त से बाहर है और कई दिनों से फरार चल रहा है.
पुलिस को चकमा दे रहा वरुण जैन
बता दें कि, वरुण जैन पर बीतें दिनों पुलिस ने इनाम की घोषणा की है. बताया जा रहा कि पुलिस के पास वरुण जैन के खिलाफ पक्के सबूत मिले हैं, लेकिन वह बार-बार पुलिस को चकमा दे रहा है. वहीं वरुण जैन की खोजबीन लगातार जारी है.
12 लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
नक्सलियों को मदद पहुंचाने के मामले में पहले ही 12 लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है, जिसमें निशांत जैन भी शामिल है.