बिलासपुर: मस्तूरी क्षेत्र के जुहली-ठरकपुर गांव को जोड़ने वाला पुल कई दिनों पहले ही धराशायी हो चुका है, लेकिन अबतक कोई भी जिम्मेदार इसकी सुध नहीं लेने नहीं पहुंचा है. पुल टूटने के बाद कई गांव का सड़क संपर्क टूट गया है. जुहली, सोठी, पिपरानार, मड़ई, खम्हरिया, कुली उनी और कुकदा जैसे कई गांवों में खेतों में पानी की समस्या बढ़ गई है.
जानकारी के मुताबिक बीते 1 अगस्त की रात में जुहली से ठरकपुर को जोड़ने वाले पुल की टुटने की खबर से खम्हरिया क्षेत्र के किसान चिंतित हैं. जिस नहर पर पुल टुटा है, उस पुल से किसानों के खेतों में धान की फसल के लिए पानी जाता था, जो आगे बनियाडिह के डेम में जाकर मिलता था. जानकारों की मानें तो यह पुल 70-80 साल पहले अंग्रेजों के शासन में बना था. खेतों में पानी जाने के साथ ही यह पुल आवागमन के लिए भी एक आसान विकल्प था.
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पुल के टूटने से अब आस-पास के ग्रामीण मजबूरन वैकल्पिक मार्गों से आवाजाही करेंगे. इन क्षेत्रों में इस बार आवश्यकता से कम बारिश हुई है, लिहाजा पुल टूटने के कारण सिंचाई व्यवस्था फिलहाल प्रभावित हो रही है. लेकिन जिम्मेदार जल संसाधन विभाग के अधिकारी सामने आने से बच रहे हैं. गनीमत है कि इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.