गौरेला पेंड्रा मरवाहीः गौरेला पेंड्रा मरवाही (Gourela Pendra Marwahi) जिला प्रशासन और यूनिसेफ (District Administration and UNICEF) के सहयोग से बाल दिवस (childrens Day) के अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा सीख कार्यक्रम के अंतर्गत किताब दान अभियान कार्यक्रम (Book donation campaign under the learning program)की पहल की गई. बताया जा रहा है कि इसमें जिले के 222 गांव में सामुदायिक पुस्तकालयों (Community libraries in 222 villages of the district) को रखा गया है. जिसे बुक बैंक (Book Bank) का नाम दिया गया है.
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यूं हुई शुरुआत
बता दें कि बाल दिवस के अवसर पर इस कार्यक्रम की शुरुआत कक्षा 1 से सभी वर्गों के छात्रों के लिए इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई है, जो पढ़ने वाले बच्चों के लिए एक सेतु का काम करेगा. दरअसल, इस कार्यक्रम के पीछे प्रशासन की मंशा है कि कोरोनाकाल में जिन बच्चों की पढ़ाई का लय टूट गया था, उसे जोड़ने के लिए समुदाय को जोड़ना आवश्यक है. जिसे 3 चरणों में रखा गया है, जिसमें भाषा ज्ञान, गणित एवं एयरपोर्ट में शिक्षा के माध्यम से प्राथमिक स्तर से लेकर दसवीं तक पढ़ने वाले बच्चों के साथ-साथ बुजुर्गों के लिए भी उपयोगी माना जा रहा है.
ये है लक्ष्य
इसका लक्ष्य है कि शिक्षा का रुके नहीं नहीं... इसके लिए 10 से 15 बच्चों का ग्रुप बाटकर स्कूल शिक्षा को सहयोग करने के लिये यूनिसेफ द्वारा बनाई गई कार्यक्रम जून महीने से चल रहा है. इसी कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए आज हम एक वृहद लाइब्रेरी की शुरुआत कर रहे हैं, जिसमें जिले के सभी ग्राम 222 पंचायतों में एक लाइब्रेरी हो. जो प्राथमिक स्तर के बच्चों के लिए उपयोगी पुस्तकें वहां उपलब्ध होगी. जिसमें पुस्तकों के दान हेतु ₹50 से ₹6000 तक सहयोग राशि कोई भी व्यक्ति दे सकता है. प्रशासन ने इसके लिए एक अलग से अकाउंट जारी किया है, जिसके माध्यम से आम व्यक्ति इस पुस्तक दान कार्यक्रम से जुड़ सकता है. पहले ही दिन पुस्तक दान कार्यक्रम में 560 लोगों ने पुस्तक दान में सहयोग राशि देकर सीख कार्यक्रम को सफल बनाने सहयोग दिया है.