बिलासपुर: केंद्र सरकार की ओर से लाया गया कृषि कानून पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. दिल्ली में जहां किसान कृषि कानून का विरोध कर रहे हैं, वहीं दूसरे राज्यों से भी इसके विरोध में कई बातें सामने आ रही हैं. बात करें छत्तीसगढ़ राज्य की, तो यहां भारतीय जनता पार्टी केंद्र के कृषि कानूनों के संबंध में किसानों को जानकारी दे रही है और इस पर फैले भ्रम को दूर करने का प्रयास कर रही है. इसे लेकर प्रदेशभर के धान खरीदी केंद्रों के सामने भारतीय जनता पार्टी ने महापंचायत चौपाल का आयोजन किया है.
छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक की अगुवाई में बोदरी के धान खरीदी केंद्र के सामने चौपाल का आयोजन किया गया. इस दौरान वक्ताओं ने किसान हित को सर्वोपरि बताते हुए इसके क्रियान्वयन पर जोर दिया. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कृषि कानून को किसानों के हित में सही बताया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और विपक्षी दल इस कानून को लेकर किसानों को बरगला रहे हैं. किसानों को चाहिए कि वह किसी के बहकावे में न आएं.
पढ़ें: किसान महापंचायत में शामिल होने आए किसानों को नहीं पता क्या है कृषि कानून ?
पहले अच्छे से समझें कानून
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पहले कानून को अच्छे से समझें और उसके क्रियान्वयन को देखें. इसके बाद ही किसान अपनी राय रखें. कानून को बेहतर बताते हुए कौशिक ने कहा कि किसान अपनी फसल को बेहतर बनाने और लाभ अर्जित करने उसे पूरे देश में किसी भी कोने में बेचने के लिए स्वतंत्र हैं. इससे किसान को फसल का सही दाम मिल सकेगा. अन्य पार्टियों पर किसानों को बहकाने का आरोप लगाते हुए धरमलाल कौशिक ने सभी विपक्षी दलों को आड़े हाथों लिया और उन्हें किसान विरोधी करार दिया.
धान खरीदी को बताया नाकाम
नेता प्रतिपक्ष ने छत्तीसगढ़ में चल रहे धान खरीदी को भी नाकाम बताया है. उनके मुताबिक किसानों को भूपेश सरकार धोखा दे रही है. किसानों को जहां टोकन के लिए चक्कर काटना पड़ रहा है, वहीं बारदाने के लिए भी किसान धक्का खा रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष ने कार्यक्रम के बाद एक-दो धान खरीदी केंद्रों का निरीक्षण भी किया. इस दौरान धान की तौल में हो रही गड़बड़ी पर सख्त नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि किसान ठगे जा रहे हैं और भूपेश सरकार मौन साधे सबकुछ देख रही है.