बिलासपुर: जिले की मरवाही विधानसभा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री और यहां के विधायक अजीत जोगी के निधन के बाद उपचुनाव होना है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलों ने इसके लिए तैयारियां तेज कर दी हैं. जोगी के करीबी रहे ज्ञानेंद्र उपाध्याय ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है. इसी बीच लोकसभा सांसद अरुण साव अपने एक दिवसीय दौरे पर मरवाही विधानसभा पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मरीजों को लेकर प्रदेश सरकार को जमकर घेरा. साव ने कहा कि, 'छत्तीसगढ़ के लोग सरकार से नाराज हैं. अगर आज यहां चुनाव हुए तो कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो जाएगा'.
अरुण साव ने मरवाही विधानसभा में कार्यकर्ताओं के साथ समीक्षा बैठक की. इसके साथ ही आगामी उपचुनाव पर भी रणनीति बनी. साव ने कहा कि, 'कांग्रेस सरकार बने डेढ़ साल बीत चुके हैं और लोगों में सरकार के काम को लेकर नाराजगी है. जनता के बीच कांग्रेस का आकर्षण खत्म हो चुका है. कांग्रेस में एक बार फिर पहले जैसी स्थिति बन गई है. पार्टी में क्या चल रहा है इसका जवाब कांग्रेस के लोग ही बेहतर दे सकते हैं'.
भाजपा के संगठन मुस्तैदी से कर रहे काम
साव ने कहा कि कोरोना के दौर में राज्य सरकार पूरी तरह फेल हुई है. क्वॉरेंटाइन सेंटर का हाल बुरा है. सरकार ने लोगों को भगवान भरोसे छोड़ दिया. साव ने कहा कि मरवाही में भाजपा के चार मंडल हैं, जो मुस्तैदी से काम कर रहे हैं. सांसद ने कहा कि संगठन और मुस्तैदी से काम करेगा और जनता की सेवा करेगा.
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साव ने पीएल पुनिया को दिया जवाब
इससे पहले राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय के एक बयान ने सियासी हलचल तेज कर दी थी, जिसमें उन्होंने इशारों-इशारों में सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाया और कहा कि भूपेश सरकार अपने ही लोगों के बीच घिरी हुई है. सरकार को अपने ही लोगों का समर्थन नहीं है'. सरोज पांडेय ने कहा था कि, 'ऐसे में ये सरकार कैसे चलाएंगे. मुझे लगता है कि इस सरकार का जीवन कम है और कितने दिन सरकार चलेगी कहा नहीं जा सकता है. उन्होंने कहा कि ये सरकार सफलता से चल रही है ऐसा कहा नहीं जा सकता है. सांसद ने इशारों-इशारों में सरकार की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाते-लगाते तख्तापलट जैसी बातें कह दी थी'. पीएल पुनिया ने सरोज पांडेय के इस बयान को ख्याली पुलाव बताया था, जिसपर साव ने पलटवार किया है. साव ने कहा कि ख्याली पुलाव कौन बना रहा है, ये आने वाला वक्त बताएगा.
मरवाही में विधानसभा उपचुनाव
अजीत जोगी के निधन के बाद जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) को बड़ा झटका ज्ञानेंद्र उपाध्याय के पार्टी छोड़ने पर लगा है. जोगी परिवार के क्षेत्र में बीते दिनों बीजेपी ने क्षेत्र में मास्क और सैनिटाइजर बांटकर मतदाताओं से जनसंपर्क किया था. जिसपर कांग्रेस ने निशाना भी साधते हुए कहा था कि BJP नेता मास्क और सैनिटाइजर बांटने के बहाने राजनीति कर रहे हैं. वहीं बीजेपी ने कहा था कि वे मास्क और सैनिटाइजर का वितरण कर कोरोना वायरस से बचाव के लिए जनजागरूकता अभियान चला रहे हैं. इसी बीच दोनों दलों की बयानबाजी ने कोरोना संकट के दौर में प्रदेश की राजनीति को गरमा रखा है.