बिलासपुर: मरवाही उपचुनाव से पहले बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. विधानसभा चुनाव में बीजेपी के विधायक प्रत्याशी रही अर्चना पोर्ते ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है. अर्चना पोर्ते के साथ ध्यान सिंह पोर्ते भी कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. 2018 में अर्चना पोर्ते बीजेपी प्रत्याशी के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के खिलाफ चुनाव लड़ चुकी हैं और वे दूसरे नंबर पर भी रही हैं. इससे पहले ध्यान सिंह पोर्ते भी 2008 में बीजेपी के प्रत्याशी रह चुके हैं.
अर्चना पोर्ते और ध्यान सिंह पोर्ते गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल, कांग्रेस के संगठन प्रभारी अटल श्रीवास्तव, प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता आरपी सिंह की मौजूदगी में सामने कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. कांग्रेस के उम्मीदवार केके ध्रुव ने आज (गुरुवार) ही उपचुनाव के लिए नामांकन भी भरा है. कांग्रेस में शामिल होने के बाद अर्चना पोर्ते ने बीजेपी और अमित जोगी पर निशाना भी साधा है. अर्चना पोर्ते ने नाम लिए बिना जोगी परिवार पर हमला बोलते हुए कहा कि कुछ लोग 20 साल से आदिवासियों का हक और अधिकार छीनकर बैठे हैं. खुद को आदिवासी कहते हैं, लेकिन 20 साल से मरवाही के आदिवासियों के लिए कुछ नहीं किया है.
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3 नबंवर को होगी वोटिंग
मरवाही में 3 नबंवर को उपचुनाव के लिए वोटिंग होनी है. ये सीट छत्तीसगढ़ के पूर्व और पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के बाद खाली हुई है. जिसपर कांग्रेस, बीजेपी और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) अपनी-अपनी किस्मत आजमा रही है. बीजेपी ने इस सीट के लिए गंभीर सिंह तो कांग्रेस ने केके ध्रुव को मैदान में उतारा है. वहीं जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) से दिवंगत अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी मैदान में हैं.