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VIDEO: दिल्ली में डटे अमर अग्रवाल, टिकट को लेकर बढ़ी लखनलाल साहू की धड़कन

बिलासपुर लोकसभा सीट की दावेदारी को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. इस सीट पर बीजेपी के वर्तमान सांसद लखनलाल साहू और भाजपा के कद्दावर नेता अमर अग्रवाल की दावेदारी को लेकर खींचतान जारी है.

लखनलाल साहू
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Published : Mar 19, 2019, 5:27 PM IST

बिलासपुरः छत्तीसगढ़ में भाजपा जल्द अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर सकती है. इधर, बिलासपुर लोकसभा सीट की दावेदारी को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. इस सीट पर बीजेपी के वर्तमान सांसद लखनलाल साहू और भाजपा के कद्दावर नेता अमर अग्रवाल की दावेदारी को लेकर खींचतान जारी है.

दरअसल, विधानसभा चुनाव में बिलासपुर सीट से हारे अमर अग्रवाल ने लोकसभा चुनाव का टिकट पाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है. जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों से अमर अग्रवाल दिल्ली में डटे हुए हैं. सूत्रों की मानें तो अग्रवाल ने टिकट के लिए अपनी दावेदारी को तेज कर दी है. वे पार्टी के शीर्ष नेताओं के बीच लगातार पैठ बनाने में जुटे हुए हैं.

वीडियो

एमपी की बढ़ी चिंता
कहा जा रहा है कि इससे वर्तमान एमपी की चिंता काफी बढ़ गई है. हालांकि उन्होंने ये स्वीकार करने से साफ इंकार कर दिया. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए साहू ने कहा कि, 'जिस तरह से उन्होंने बीते 5 सालों में काम किया है. इससे उन्हें पूरा भरोसा है कि पार्टी दोबारा मौका देगी.' वहीं अमर अग्रवाल की दावेदारी पर सांसद ने कहा कि, 'लोकतंत्र में सबको अपनी दावेदारी पेश करने का अधिकार है. पार्टी जो भी निर्णय लेगी उन्हें स्वीकार होगा.

खिसक सकते हैं ओबीसी वोटर
अमर अग्रवाल को टिकट मिलने पर निःसन्देह उनके लिए राजनीतिक तौर पर संजीवनी से कम नहीं होगा. वो विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद फिर से अपनी खोई प्रतिष्ठा पाने के लिए जुट जाएंगे. लखनलाल साहू को टिकट न मिलने पर पार्टी के अंदर भीतरघात के साथ ही क्षेत्र के ओबीसी वोटरों के खिसकने की आशंका जताई जा रही है.

बिलासपुरः छत्तीसगढ़ में भाजपा जल्द अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर सकती है. इधर, बिलासपुर लोकसभा सीट की दावेदारी को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. इस सीट पर बीजेपी के वर्तमान सांसद लखनलाल साहू और भाजपा के कद्दावर नेता अमर अग्रवाल की दावेदारी को लेकर खींचतान जारी है.

दरअसल, विधानसभा चुनाव में बिलासपुर सीट से हारे अमर अग्रवाल ने लोकसभा चुनाव का टिकट पाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है. जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों से अमर अग्रवाल दिल्ली में डटे हुए हैं. सूत्रों की मानें तो अग्रवाल ने टिकट के लिए अपनी दावेदारी को तेज कर दी है. वे पार्टी के शीर्ष नेताओं के बीच लगातार पैठ बनाने में जुटे हुए हैं.

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एमपी की बढ़ी चिंता
कहा जा रहा है कि इससे वर्तमान एमपी की चिंता काफी बढ़ गई है. हालांकि उन्होंने ये स्वीकार करने से साफ इंकार कर दिया. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए साहू ने कहा कि, 'जिस तरह से उन्होंने बीते 5 सालों में काम किया है. इससे उन्हें पूरा भरोसा है कि पार्टी दोबारा मौका देगी.' वहीं अमर अग्रवाल की दावेदारी पर सांसद ने कहा कि, 'लोकतंत्र में सबको अपनी दावेदारी पेश करने का अधिकार है. पार्टी जो भी निर्णय लेगी उन्हें स्वीकार होगा.

खिसक सकते हैं ओबीसी वोटर
अमर अग्रवाल को टिकट मिलने पर निःसन्देह उनके लिए राजनीतिक तौर पर संजीवनी से कम नहीं होगा. वो विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद फिर से अपनी खोई प्रतिष्ठा पाने के लिए जुट जाएंगे. लखनलाल साहू को टिकट न मिलने पर पार्टी के अंदर भीतरघात के साथ ही क्षेत्र के ओबीसी वोटरों के खिसकने की आशंका जताई जा रही है.

Intro:सम्भवतः आज या कल प्रदेश में बांकी बचे सीटों के प्रत्याशियों का ऐलान भी हो जाय । ऐसे माहौल में बिलासपुर एमपी लखनलाल साहू की धड़कन भी तेज होती नजर आ रही है । दरअसल बिलासपुर में इसबार बिलासपुर सीट से ही हारे हुए भाजपा के कद्दावर नेता अमर अग्रवाल ने भी लोकसभा से टिकट पाने के लिए एड़ी चोटी एक कर दिया है । ऐसे में सिटिंग एम पी लखनलाल साहू का ऐन टिकट बंटवारे के समय विचलित होना स्वभाविक सी बात है ।


Body:आपको जानकारी दें कि पिछले कुछ दिनों से अमर अग्रवाल दिल्ली में डंटे हुए हैं । सूत्रों की मानें तो अमर अग्रवाल ने टिकट के लिए अपनी उम्मीदवारी को तेज कर दिया है और पार्टी के शीर्ष नेताओं के बीच लगातार पैठ बनाने में जुटे हुए हैं । जिससे वर्तमान एमपी की चिंता बढ़ गई है । हालांकि वो यह स्वीकार नहीं रहे और हमसे बातचीत के दौरान उन्होंने कहा है कि जिस तरह से उन्होंने बीते 5 साल में काम किया है इससे उन्हें पूरा भरोसा है कि पार्टी दुबारा उन्हें ही मौका देगी । अमर अग्रवाल की दावेदारी करने पर सांसद ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लोकतंत्र में सबको अधिकार है अपनी दावेदारी का आगे पार्टी जो भी निर्णय लेगी उन्हें स्वीकार होगा । अमर अग्रवाल को यदि पार्टी से टिकट मिलती है तो निःसन्देह यह उनके लिए राजनीतिक तौर पर एक संजीवनी से कम नहीं होगा और वो विधानसभा में करारी हार के बाद फिर से अपनी खोई प्रतिष्ठा पाने के लिए जुट जाएंगे । वहीं राजनीतिक जानकरों की मानें तो लखनलाल साहू को टिकट ना मिलने पर पार्टी के अंदर एक भीतरघात की सम्भावना बढ़ सकती है और क्षेत्र में ओबीसी वोटर के खिसकने का रिस्क फैक्टर बढ़ सकता है ।
बाईट.... लखनलाल साहू..सांसद, बिलासपुर
विशाल झा.... बिलासपुर


Conclusion:
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