बिलासपुर: बिलासपुर रेलवे जोन द्वारा लगातार ट्रेनों को कैंसिल करने से छत्तीसगढ़ की जनता काफी परेशान हो चुकी है. इसी क्रम में बिलासपुर नागरिक सुरक्षा मंच के कार्यकर्ता मंगलवार को उसलापुर रेलवे स्टेशन पहुंचकर रेल रोकने की कोशिश रहे थे. लेकिन कार्यकर्ताओं को स्टेशन पहुंचने से पहले ही जिला पुलिस और आरपीएफ ने रास्ते में ही उन्हें रोक दिया. इस बीच कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का मुक्की भी हुई. जिसके बाद पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस और आरपीएफ ने प्रदर्शनकारियों को रोका: छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के रेल रोको आंदोलन के ठीक एक दिन पहले नागरिक सुरक्षा मंच के बैनर तले रेल रोको आंदोलन किया जा रहा था. इस आंदोलन में प्रदर्शनकारी उसलापुर रेलवे स्टेशन के पहले फाटक के पास जमा होकर रेल रोकने जा रहे थे. लेकिन नागरिक सुरक्षा मंच के कार्यकर्ता स्टेशन तक नहीं पहुंच सके. जिला पुलिस और आरपीएफ ने रास्ते में ही उन्हें रोक दिया.
"मालगाड़ियों को प्राथमिकता दे रही रेलवे": नागरिक सुरक्षा मंच के संयोजक अनिल तिवारी ने आरोप लगाया, "रेलवे प्रशासन द्वारा पिछले दो साल से यात्री गाड़ियों को रद्द होने और ट्रेनों की लेट लतीफी के चलते आम जनता काफ़ी परेशान है. कोयला लदान वाली मालगाड़ियों को प्राथमिकता देकर यात्री गाड़ियों को बंद होने के कगार पर पहुंचा दिया गया है. लोकल गाड़ियों के साथ साथ एक्सप्रेस, मेल, सुपर फास्ट गाड़ियां भी प्रभावित हो रही हैं."
"यात्री ट्रेनें दस दस घंटे लेट से चलाई जा रही हैं, जिसके चलते रेल से यात्रा करने वाले नागरिकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. रेलवे के इस तुगलकी रवैये के अब निर्णायक लड़ाई लड़नी ही होगी. रेल रोको आंदोलन जनता का आंदोलन है और जनता इस आंदोलन में शामिल होकर रेलवे का विरोध कर रही है." - शिल्पी तिवारी, कांग्रेस कार्यकर्ता
जिला प्रशासन के अधिकारियों को सौंपा ज्ञापन: नागरिक सुरक्षा मंच ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को अपना मांग पत्र सौंपा है. इस मामले पर नायब तहसीलदार राकेश कुमार ठाकुर ने बताया, "नागरिक सुरक्षा मंच ने ट्रेनों की लेटलतीफी और ट्रेनों के कैंसिल होने का मुद्दा उठाया है. कैंसिल किए हुए ट्रेनों को फिर से पटरी पर लाने की मांग की है. उन्होंने मांग पत्र दिया है, जिसे जिला प्रशासन और रेलवे प्रबंधन को दिया जाएगा."
क्यों हो रहा रेल रोको आंदोलन? : दरअसल, पिछले तीन-चार सालों में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा तीनों मंडलों में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और यात्री सुविधा विकसित करने के लिए कई काम कराए जा रहे हैं. जिसकी वजह से आये दिन यात्री ट्रेनों को कैंसिल कर दिया जा रहा है. ट्रेनों को रद्द होने से आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जिसके चलते ट्रेनों को वापस पटरी पर लाने और समय पर ट्रेनों के चलाने की मांग को लेकर रेल रोको आंदोलन किया जा रहा है. आंदोलन के तहत मंगलवार को रेल रोकने की तैयारी थी, जिसे रेलवे पुलिस ने फेल कर दिया.