बिलासपुर: गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दसवां दीक्षांत समारोह 1 सितंबर को होने जा रहा है. इस आयोजन में शामिल होने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू छत्तीसगढ़ आ रही हैं. वे बिलासपुर के कोनी स्थित यूनिवर्सिटी के रजत जयंती सभागार में सुबह 10 बजे आयोजित दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि होंगी और छात्रों को मेडल और शोधार्थियों उपाधि सर्टिफिकेट प्रदान करेंगी. आयोजन को लेकर तैयारियां अभी से शुरू कर दी गई हैं.
मां महामाया के दर्शन भी करेंगी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू: गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कुलपति आलोक कुमार चक्रवाल ने शनिवार को दसवें दीक्षांत समारोह के तैयारियों की जानकारी मीडिया से साझा की. बताया कि, "राष्ट्रपति और भी कई कार्यक्रमों में शामिल होंगी. रतनपुर के महामाया मंदिर में मां महामाया के दर्शन करने के बाद वे यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी. इसके बाद वे रायपुर पहुंचकर विशेष विमान से दिल्ली लौट जाएंगी.
31 अगस्त को छत्तीसगढ़ पहुंचेंगी राष्ट्रपति: छत्तीसगढ़ में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 31 अगस्त को विशेष विमान से पहुंचेंगी. रायपुर राजभवन जाएंगी. इसके बाद वे 1 सितंबर को बिलासपुर के गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी. इसके लिए हेलीकॉप्टर से बिलासपुर के सुंदरलाल शर्मा यूनिवर्सिटी के हेलीपैड में उतरेंगी. बिलासपुर के रतनपुर महामाया मंदिर महामाया देवी के दर्शन करने जाएंगी और इसके बाद कोनी स्थित सेंट्रल यूनिवर्सिटी के 10वें दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी.
ब्रह्मकुमारी ट्रस्ट के कार्यक्रम में होंगी शामिल: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 31 अगस्त को रायपुर में बलौदा बाजार रोड स्थित प्रजापति ब्रह्मकुमारी ईश्वरी ट्रस्ट के कार्यक्रम में शामिल होंगी. यहां शांति सरोवर में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल विष्णुभूषण हरिचंदन के साथ शिरकत करेंगी. इसके बाद वे गुरु घासीदास संग्रहालय का भी दौरा करेंगे. राष्ट्रपति का राजभवन में रात्रि विश्राम रहेगा. इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, राज्यपाल विष्णुभूषण हरिचंदन के साथ राजभवन में रात्रि भोज भी करेंगी.
सेंट्रल यूनिवर्सिटी में आयोजित कार्यक्रम की जानकारी: दसवें दीक्षांत समारोह में शैक्षणिक सत्र 2021-22 की विभिन्न परीक्षाओं (स्नातक, स्नातकोत्तर व पत्रोपाधि) में मेरिट सूची में प्रथम स्थान पाने वाले स्टूडेंट को सम्मानित करेंगी. इस दौरान 1 जनवरी 2022 से 31 दिसंबर 2022 के बीच पीएचडी उपाधि के 28 शोधार्थियों को उपाधि और 76 विद्यार्थियों को स्वर्ण मंडित पदक प्रदान किए जाएंगे. इनमें विश्वविद्यालय पदक, चांसलर पदक और गुरु घासीदास विश्वविद्यालय पदक शामिल हैं.