बिलासपुर : बिलासपुर जिले में छह विधानसभा सीट हैं. बीजेपी ने पांच विधानसभाओं में उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. वहीं कांग्रेस ने अब तक किसी भी उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है. पहली सूची में बिलासपुर के सिटिंग एमएलए का भी नाम शामिल नहीं है. विश्वस्त सूत्रों की माने तो कांग्रेस के टिकट वितरण में अब सट्टा खिलाने वालों ने दाव लगवाने शुरू कर दिए हैं.इस सट्टेबाजी के खेल में नेताओं के रेट भी तय कर दिए गए हैं.
नेताओं के समर्थक बना रहे माहौल : बिलासपुर जिले की विधानसभा में किस नेता का टिकट कटेगा और किसे मिलेगा.इस बात को लेकर नेताओं के समर्थक माहौल बना रहे हैं. अपने-अपने नेताओं को लेकर अफवाहों का बाजार गर्म किया जा रहा है.नाम फाइनल ना होने से उम्मीदवार अपने समर्थकों को खुलकर यह भी नहीं बोल रहे हैं कि नामांकन की तैयारी के लिए क्या करना है. वहीं दूसरी तरफ अफवाहों का फायदा उठाना भी शुरू हो गया है . प्रोफेशनल सटोरियों समेत स्थानीय सटोरिए चुनावी मौसम में उम्मीदवार, जीत–हार और राज्य में सरकार बनने को लेकर प्रदेश में सरकार बनने,टिकट मिलने और हार जीत पर सट्टा लगवा रहे हैं.
किन चीजों पर लग रहा है सट्टा ? : चुनाव को लेकर बिलासपुर में सट्टा खाईवाल भी सक्रिय हो गए हैं. नेताओं के लिए रेट तय कर बाजार में रेट खोल दिए गए हैं. कोई नेता किसी पर भारी है तो कोई नेता बिल्कुल हल्का है. इसके साथ ही एक मुश्त रकम लेकर कौन से पार्टी की सरकार बनेगी, कौन मुख्यमंत्री होगा, इस पर भी सट्टा लगाया जा रहा है. हालांकि यह दबे और छिपे रूप में किया जा रहा है. सट्टा ऐसा लगवाया जा रहा है कि सट्टा लगाने वाला और खाईवाल दोनों के पास ही ऐसा कोई सबूत नहीं है जिससे उन्हें पकड़ा जा सके. लेकिन सट्टा बाजार पूरी तरह से गुलजार है.
सोशल मीडिया में तैर रही है अफवाहों की सूची : बिलासपुर जिले में कांग्रेस ने 6 में से एक भी सीट पर अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है.बीजेपी ने बेलतरा सीट पर अब तक किसी भी उम्मीदवार का नाम तय नहीं किया गया है. इसका फायदा उठाते हुए कुछ लोग सोशल मीडिया में अपने पसंदीदा नेताओं के टिकट फाइनल होने का दावा कर रहे हैं. ऐसे में कई दावेदार सोशल मीडिया में अपनी खबरें छपवाकर खुद तो खुश हो ही रहे हैं,साथ ही साथ जनता का ध्यान भी खींच रहे हैं.वहीं ईटीवी भारत इस तरह की किसी भी बात की पुष्टि नहीं करता है.