बिलासपुर: पिछले दिनों चोरी मामले में पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने खुलासा करते हुए बताया कि "16 फरवरी को अधिकारी कर्मचारी कॉलोनी वैष्णवी विहार उसलापुर के रहने वाले मोहनलाल देशलहरे दोपहर 2 बजे अपने घर पर ताला लगाकर परिवारिक कार्य से कवर्धा चले गए थे. उसी दिन रात करीब 11 बजे जब वह कवर्धा से वापस लौटे तो देखा की घर का ताला टूटा हुआ है और आरोपियों ने करीब सोने चांदी के जेवर सहित 10 लाख से ज्यादा कैश पार कर दिया है." फिर पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.
100 से अधिक सीसीटीवी खंगाले गए: मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने अज्ञात आरोपियों की तलाश शुरू कर दी. इसके साथ ही घटनास्थल के आसपास सहित मुख्य मार्गों में लगे करीब 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को चेक किया और संदिग्धों की पहचान की गई. इसके साथ ही एसीसीयू बिलासपुर की टीम ने संदेहियो से पूछताछ की इस दौरान पता चला कि मामले में एक अपचारी बालक शामिल है. जो पहले भी चोरी के अन्य प्रकरणों में शामिल था. जो वर्तमान में अपने महंगे शौक को पूरा करने के लिए समूह बनाकर चोरी जैसी घटना को अंजाम देता है. जिसमें एक मुख्य आरोपी विरेंद्र साहू भी है.
अपनी मां के पास छिपाया था चोरी का सामान: पुलिस पुछताछ मे अपचारी बालक घटना को अंजाम देकर चोरी के सभी सोने, चांदी के जेवर और नगद रकम समान को अपने घर पर अपनी मां के पास छुपा कर रखा था. जिसे पुलिस ने मौके से बरामद कर जब्त किया है. इस मामले में छह बालिग आरोपियों के साथ दो किशोर को पुलिस ने हिरासत में लिया है जिनसे चोरी के संबंध में पूछताछ की. तब तारबाहर और सिविल लाइन थाना क्षेत्र के कई मामलों में चोरियों का खुलासा हुआ.
कहां- कहां और कब हुई चोरी: रामनरेश साहू रेलवे के ऑफिसर कॉलोनी में रहते हैं उनके यहां 12 फरवरी को चोरी हुई. सोने चांदी के जेवर सहित 64 हजार रुपये पार हो गए. तारबाहर थाना क्षेत्र में ही रेलवे के मुख्य नियंत्रक परिचालन के पद पर कार्य करने वाले चितरंजन पात्रा 9 फरवरी से 14 फरवरी तक अपने परिवार सहित जगन्नाथपुरी गए थे. जिसके घर से 88 हजार के सामान की चोरी की गई. इसके अलावा कई और चोरियों की वारदात को आरोपियों ने अंजाम दिया था. पुलिस ने सभी का खुलासा किया.
ये आरोपी हुए गिरफ्तार
- वीरेंद्र साहू उर्फ भानु
- सरिता यादव
- मदन यादव
- रिशु घोड़े