गौरेला पेंड्रा मरवाही : पीएमजीएसवाई की घटिया सड़क निर्माण की पोल खुल गई (bad condition of corrupt road in Gaurela ) है. महज 15 दिन पहले बनी सड़क उखड़ गई है. यह मामला गौरेला से पकरिया होते हुए अमरकंटक मार्ग (Amarkantak route from Gaurela via Pakariya) का है. पीएमजीएसवाई के तहत गौरेला से पकरिया दुर्गा धारा होकर तीर्थ स्थल अमरकंटक जाने वाले निर्माणाधीन सड़क मार्ग को ठेकेदार ने पिछले दिनों भरी बरसात में रातों रात बनाया (Gaurela Amarkantak road built in rain) था.
क्यों आई ऐसी नौबत : प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से 5.50 करोड़ की लागत से बन रही इस सड़क निर्माण की निगरानी भी प्रधानमंत्री सड़क योजना के अधिकारी नहीं कर रहे हैं. जिसके कारण ठेकेदार ने सड़क निर्माण में मनमानी और लीपापोती करते हुए घटिया निर्माण (Road worth crores wasted in Gaurela) किया. लगभग 15 दिनों में ही अब ये सड़क हाथों से उखड़ रही है. ठेकेदार अब डामर की सड़क पर सीमेंट कंक्रीट का लेप लगाकर भ्रष्टाचार पर लीपापोती कर रहा है. छत्तीसगढ़ सरकार अमरकंटक से सटे गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के तीर्थ स्थानों को विकसित कर रही है. लेकिन इन स्थानों में पहुंचने के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के जरिए बन रही सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है.
कहां बनीं भ्रष्टाचारी सड़क : यह सड़क बरसते पानी में बनाई गई. यही वजह है कि सड़क बनते बनते ही 15 दिन में उखड़ने लगी. जबकि जिले के पर्यटन विकास की दृष्टि से यह सड़क अत्यंत महत्वपूर्ण है. पेंड्रा रोड रेलवे स्टेशन से पकरिया पशु प्रजनन केंद्र होते हुए दुर्गाधारा, धर्म पानी मार्ग से अमरकंटक पहुंचने का सबसे छोटा मार्ग है.
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किस कंपनी को मिला था ठेका : दुर्गम पहाड़ियों और मनोरम घाटियों से होकर जाने वाली इस जर्जर सड़क को बनाने का काम ठेका कंपनी डीसी कंस्ट्रक्शन (DC Construction made a poor road in Gaurela) को मिला. जिसने मनमाने ढंग से सड़क का अनियमित निर्माण भरी बरसात में किया. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के कार्यपालन अभियंता एमडी यादव का कहना है कि ''यदि गिरते पानी में काम किया गया है तो यह गलत है.'' उन्होंने काम का परीक्षण कराते हुए काम को निरस्त करने की भी बात कही है.
साइट पर विभाग के कर्मचारियों की अनुपस्थिति पर किए गए सवाल के जवाब में एग्जीक्यूटिव इंजीनियर ने कहा कि ''इसका भी परीक्षण करा लिया जाएगा. यदि कर्मचारी मौजूद नहीं हैं तो वह निगरानी कैसे करता होगा. जांच के बाद कर्मचारी और ठेकेदार दोनों पर कार्रवाई की जाएगी.'' वहीं जिले के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा है कि '' गलत समय में यह सड़क बनाई जा रही है. यह गलत है.'' मंत्री ने जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिया है.