बिलासपुर: जिले की पुलिस इन दिनों साइबर अपराध की रोकथाम के लिए अभियान चला रही है. इस अभियान का नाम साइबर मितान रखा गया है. जिसकी शुरूआत 1 सितंबर से हुई थी, जिसके तहत जिले के हर थाने में पदस्थ प्रभारी सहित विवेचक और आरक्षक भी लोगों को जागरूक करने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि ऑनलाइन ठगी जैसे अपराधों को रोका जा सके.
बात दें कि बिल्हा के लगभग 60 गांव में पुलिस ने जन जागरूकता फैलाने के लिए मोबाइल धारकों से सीधा संपर्क किया है. साथ ही उन्हें समझाइश दी है कि वह किसी भी लालच में आकर ठगी का शिकार न बने. अभियान को सफल बनाने के लिए पुलिस के अधिकारी भी सड़कों पर उतर कर लोगों को साइबर क्राइम से बचाव के तरीके बताते नजर आए.
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जानकारी के मुताबिक मोबाइल धारकों को अभियान का हिस्सा बनाने के लिए पुलिस उनके नंबरों को भी रजिस्टर्ड कर रही है. इस अभियान के तहत पुलिस ने बिल्हा क्षेत्र के 60 गांव में अब तक लगभग 12 हजार साइबर मितान बनाए हैं. जो अपने-अपने गांव में अपराध की रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक करने का काम करेंगे. पुलिस के इस अभियान से लोग भी काफी प्रभावित हैं और पुलिस मित्र बनकर उनका सहयोग कर रहे हैं. पुलिस की इस कोशिश से लोगों का विश्वास पुलिस पर बढ़ने लगा है. अब देखना होगा कि अभियान से प्रभावित जन अपराध की रोकथाम में कितने सफल हो पाते हैं.
बिलासपुर में ठगी के अबतक 250 शिकार
जिले में बढ़ते साइबर क्राइम को रोकने और लोगों को साइबर क्राइम से ठगी का शिकार होने से बचाने के लिए बिलासपुर पुलिस ने 22 अगस्त से 7 दिसंबर तक साइबर मितान अभियान चलाने का फैसला लिया था. बता दें कि पिछले करीब 7 महीने में बिलासपुर जिले में साइबर ठगी के जरिए 250 लोगों को ठगी का शिकार बनाया गया है. करीब 2 लाख लोगों को इस मुहिम से जोड़ने के लिए जिले के अधिकारियों ने सभी थानेदारों को अभियान से जुड़कर तत्काल लोगों को साइबर मितान बनाने की जिम्मेदारी दी है.