बिलासपुर: अतिक्रमण हटाने के दौरान पहले भी वाद विवाद और मारपीट हो चुके हैं. कई बार जानलेवा हमला भी हुआ है. अब निगम कर्मचारी पुलिस सुरक्षा की मांग की है. उन्हें अब चिंता सताने लगी है कि वो नौकरी करे तो उनके साथ कुछ भी हो सकता है और न करे तो परिवार का कैसे पालन पोषण करेंगे.
टिकरापारा के मकान के सामने कब्जा हटाने पर हुआ था विवाद: पिछले महीने नगर निगम का अतिक्रमण दस्ता बिलासपुर के टिकरापारा क्षेत्र में मकान के सामने बेजा कब्जा में बने कमरा को हटाने गया था. तब बेजा कब्जाधारी पति पत्नी ने मिलकर अतिक्रमण दस्ते पर हमला कर दिया था. जिसके बाद दूसरे कर्मचारी और पुलिस के बीज बचाओ पर पति-पत्नी शांत हुए. अमले ने कब्जे में बने कमरे को हटा दिया. लेकिन बाद में फिर से कब्जा कर लिया गया. निगम अमला पिछले 1 महीने में सैकड़ों बेजा कब्जा हटवा चुका है. लेकिन एक दर्जन से भी ज्यादा बार उन्हें विवाद और मारपीट का सामना करना पड़ा है.
निगम कमिश्नर के आदेश पर कार्रवाई: इस मामले में अतिक्रमण प्रभारी प्रमिल शर्मा ने बताया कि "वह केवल अपनी नौकरी कर रहे हैं और निगम कमिश्नर के आदेश के पर अतिक्रमण हटाते हैं. उन पर हमले की बात कहने पर वे कहते हैं कि साहब के आदेश का पालन तो करना ही है. परिवार और अपने लिए उन्हें चिंता होती है."
परिवार की चिंता: कर्मचारियों का कहना है कि "नौकरी करे या अपनी जान बचाए. इसको लेकर भी वे चिंतित रहते हैं. पिछले दिनों एक कर्मचारी को अतिक्रमण हटाने के दौरान हुए हमले से चोट लगी थी, और वह घायल हो गया था, ऐसे में बेजा कब्जा धारियों की ओर से हमला कर देने पर उन्हें इस काम में जान का जोखिम महसूस होने लगा है. उनका कहना है कि नौकरी छोड़ देंगे तो परिवार को क्या खिलाएंगे और नौकरी करते रहेंगे तो भविष्य में उनके साथ जानलेवा हमले में जान चली जाएगी तो परिवार का क्या होगा."
सुरक्षा को लेकर पुलिस को भेजा पत्र: कमिश्नर ने बताया कि "पिछले दिनों अतिक्रमण दल पर लगातार हमले को लेकर वे चिंतित है. इसलिए उन्होंने जिले की एसएसपी को अतिक्रमण हटाने के दौरान पुलिस सुरक्षा देने पत्र लिखा है. पत्र का अभी तक कोई जवाब नहीं आया है. लेकिन वे कर्मचारियों को अपनी तरफ से सुरक्षित रहने की सलाह दिए हैं."