गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) के सभी अभ्यर्थियों का नामांकन उपचुनाव के लिए अस्वीकृत होने के बाद जेसीसी(जे) के अध्यक्ष अमित जोगी मीडिया से मुखातिब हुए. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि उनकी पार्टी किसी दूसरी पार्टी को समर्थन नहीं देगी, लेकिन वे मरवाही की जनता से न्याय मांगने जरूर जाएंगे. उन्होंने कहा कि 'मरवाही की जनता चाहे किसी भी दल में हो, लेकिन उनकी जगह जनता के दिल में है. भले लोग मेरे प्रति दुर्भावना रखे, लेकिन मेरी सद्भावना सबके साथ है. इसलिए न तो मैं किसी के पक्ष में बोलूंगा न किसी का विरोध करूंगा.'
अमित जोगी ने कहा कि 'मेरे साथ अन्याय हुआ है, मुख्यमंत्री ने जीते जी और मरने के बाद मेरे पिता का अपमान किया है. इस बात को लेकर मैं जनता के बीच जरूर जाऊंगा'. यह पहला चुनाव होगा जब मरवाही विधानसभा चुनाव में जोगी परिवार मरवाही की जनता के बीच वोट मांगने नहीं बल्कि न्याय मांगने जाएगा. भाजपा को होने वाले लाभ के सवाल पर उन्होंने कहा कि किसको फायदा होगा, किसको नुकसान होगा यह निर्णय मरवाही की जनता करेगी.
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हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में लगाई गई याचिका के सवाल पर अमित जोगी ने कहा कि 'न्याय के मंदिर पर मेरी आस्था है, भले ही देर हो लेकिन मुझे न्याय जरूर मिलेगा. जोगी परिवार का हर निर्णय मरवाही की जनता ने लिया है और किसी भी दल को समर्थन न करने का निर्णय भी मरवाही की जनता का है. मरवाही की जनता अपने बेटे के साथ अन्याय नहीं होने देगी'.
नामांकन स्क्रूटनी प्रक्रिया के वीडियो की मांग
अमित जोगी द्वारा नामांकन स्क्रूटनी की प्रक्रिया की वीडियोग्राफी मांगने के आवेदन के सवाल पर उन्होंने कहा कि बंद कमरे में हुई प्रक्रिया में किस प्रकार कानून को कुचला गया, इसकी मैंने वीडियोग्राफी की मांग की थी, लेकिन मुझे वीडियो देना तो दूर निर्वाचन अधिकारी ने मेरे आवेदन को भी स्वीकार नहीं किया. मीडिया के माध्यम से प्रशासन से सवाल करते हुए उन्होंने कहा कि आखिर वीडियो क्यों नहीं दिया जा रहा. आखिर उसमें ऐसा क्या है जो वह जनता से छुपाना चाहते हैं?