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अजीत जोगी की माटी कलश यात्रा, नर्मदा में प्रवाहित की गई समाधि की मिट्टी

पूर्व सीएम अजीत जोगी के निधन के बाद मंगलवार को माटी कलश यात्रा निकाली गई. उनकी समाधि की मिट्टी को कलश में भरकर नर्मदा नदी में प्रवाहित किया गया. अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी ने उनकी समाधि की मिट्टी को नदी में प्रवाहित किया.

ajit jogi Mati Kalash Yatra
हाथ में कलश लिए अमित जोगी
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Published : Jun 2, 2020, 6:38 PM IST

Updated : Jun 2, 2020, 7:45 PM IST

बिलासपुर/गौरेला: मंगलवार को छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी की माटी कलश यात्रा निकाली गई. उनकी समाधि की मिट्टी को कलश में भरकर नर्मदा नदी में प्रवाहित किया गया. अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी ने उनकी समाधि की मिट्टी को कलश में भरकर नर्मदा नदी में पूरे विधि-विधान के साथ प्रवाहित किया.

माटी कलश यात्रा

दिवंगत अजीत जोगी ने अपनी लिखी कविता 'वसीयत' में अपनी इच्छाओं का जिक्र किया था. जिसमें से ये भी एक इच्छा थी कि उनकी समाधि की मिट्टी को नर्मद की पवित्र धारा में प्रवाहित किया जाए. इसके साथ ही जोगी ने सोन, जोहिला, पीढ़ा, नदियों का भी जिक्र किया था. जिसमें उन्होंने उनकी समाधि की मिट्टी को प्रवाहित करने की इच्छा जताई थी. जोगी की इस इच्छा को उनके बेटे अमित जोगी ने पूरा किया.

पढ़ें: जोगी बंगले में आज भी है राजीव गांधी की मूर्ति, कहते थे 'पार्टी छोड़ी है नेता नहीं'

यात्रा में शामिल हुए जोगी के समर्थक

मंगलवार को निकाली गई माटी कलश यात्रा में जोगी परिवार के सदस्य, बलौदा बाजार विधायक प्रमोद शर्मा, लोरमी विधायक धरमजीत सिंह के साथ जोगीसार गांव और आदिवासी समाज के लोग भी शामिल हुए.

29 मई को हुआ था अजीत जोगी का निधन

बता दें कि छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी का बीते 29 मई को निधन हो गया था. उन्हें 9 मई को दिल का दौरा पड़ने से रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. 20 दिन तक जीवन के लिए संघर्ष के बाद शुक्रवार 29 मई को अजीत जोगी ने 74 साल की उम्र में अंतिम सांस ली थी. 30 मई को उनके गांव जोगीसार में उनका अंतिम संस्कार किया गया था.

बिलासपुर/गौरेला: मंगलवार को छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी की माटी कलश यात्रा निकाली गई. उनकी समाधि की मिट्टी को कलश में भरकर नर्मदा नदी में प्रवाहित किया गया. अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी ने उनकी समाधि की मिट्टी को कलश में भरकर नर्मदा नदी में पूरे विधि-विधान के साथ प्रवाहित किया.

माटी कलश यात्रा

दिवंगत अजीत जोगी ने अपनी लिखी कविता 'वसीयत' में अपनी इच्छाओं का जिक्र किया था. जिसमें से ये भी एक इच्छा थी कि उनकी समाधि की मिट्टी को नर्मद की पवित्र धारा में प्रवाहित किया जाए. इसके साथ ही जोगी ने सोन, जोहिला, पीढ़ा, नदियों का भी जिक्र किया था. जिसमें उन्होंने उनकी समाधि की मिट्टी को प्रवाहित करने की इच्छा जताई थी. जोगी की इस इच्छा को उनके बेटे अमित जोगी ने पूरा किया.

पढ़ें: जोगी बंगले में आज भी है राजीव गांधी की मूर्ति, कहते थे 'पार्टी छोड़ी है नेता नहीं'

यात्रा में शामिल हुए जोगी के समर्थक

मंगलवार को निकाली गई माटी कलश यात्रा में जोगी परिवार के सदस्य, बलौदा बाजार विधायक प्रमोद शर्मा, लोरमी विधायक धरमजीत सिंह के साथ जोगीसार गांव और आदिवासी समाज के लोग भी शामिल हुए.

29 मई को हुआ था अजीत जोगी का निधन

बता दें कि छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी का बीते 29 मई को निधन हो गया था. उन्हें 9 मई को दिल का दौरा पड़ने से रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. 20 दिन तक जीवन के लिए संघर्ष के बाद शुक्रवार 29 मई को अजीत जोगी ने 74 साल की उम्र में अंतिम सांस ली थी. 30 मई को उनके गांव जोगीसार में उनका अंतिम संस्कार किया गया था.

Last Updated : Jun 2, 2020, 7:45 PM IST
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