बिलासपुरः पिछले कुछ समय से बर्ड फ्लू तेजी से फैल रहा है. हर राज्य अपने स्तर पर बर्ड फ्लू से सतर्क हैं. बर्ड प्लू पर लगाम लगाने के लिए छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती जिले गौरेला पेंड्रा मरवाही में चौकसी बढ़ा दी गई है. चिकित्सा विभाग ने अंतरराज्यीय सीमा पर अपने कर्मचारियों की तैनाती कर दी है. कलेक्टर ने वन मंडल अधिकारी मरवाही को लिखित आदेश जारी कर जंगल में पक्षियों की असामयिक मौत की तुरंत जानकारी देने को कहा है.
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बर्ड फ्लू से सतर्क
पेंड्रा और गौरेला के सीएमओ के साथ तीनों विकासखंड के सीईओ को लिखित आदेश जारी किया गया है. उनको निर्देश दिया गया है कि क्षेत्र में स्थापित पोल्ट्री फार्म पर साफ-सफाई के साथ लगातार निगरानी रखें.
दरअसल भारत के कई राज्यों में फैल चुके बर्ड फ्लू को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार भी हाई अलर्ट पर है. मध्यप्रदेश की सीमा से लगने वाले सीमावर्ती जिलों में छत्तीसगढ़ ने चौकसी बढ़ा दी है. इसी क्रम में गौरेला पेंड्रा मरवाही जिला के मध्य प्रदेश की सीमा से लगने वाले सभी रास्तों से छत्तीसगढ़ में आने वाली मुर्गियों या उनके उत्पादों पर नजर रखने के लिए कर्मचारियों की तैनाती की गई है.
बर्ड फ्लू को लेकर बढ़ाई गई तैनाती
सड़क पर नाके लगाकर आने-जाने वाले मुर्गियों की संख्या और वाहन क्रमांक के साथ वाहन कहां जा रहा है, इसकी एंट्री की जा रही है. फिलहाल ना तो मुर्गियों को और ना ही उनके उत्पादों के छत्तीसगढ़ प्रवेश पर रोक लगाई गई है.
पशु चिकित्सा विभाग भी अलर्ट
पशु चिकित्सा विभाग भी लगातार नजर रख रहा है. पोल्ट्री फार्म के संचालकों को केंद्र सरकार की ओर से मिले गाइडलाइन के अनुसार साफ-सफाई रखने के निर्देश भी दे रहा है. इसके अलावा किसी भी मुर्गी की असामयिक मौत की जानकारी तुरंत विभाग को देने के निर्देश भी जारी कर दिए हैं.
कलेक्टर ने बुलाई मीटिंग
कलेक्टर ने भी मीटिंग बुलाकर नगर पंचायत के सीएमओ और जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को लिखित निर्देश जारी किए हैं. उनके क्षेत्र में संचालित सभी पोल्ट्री फार्मों में साफ-सफाई रखने के जरूरी दिशा निर्देश दिए गए हैं. वन मंडल अधिकारी मरवाही को भी लिखित आदेश दिया गया है. उनसे कहा गया है कि जंगल में पक्षियों की मौत होती है तो तुरंत इसकी सूचना कलेक्टर कार्यालय को दी जाए.