बिलासपुर: साल 2020 खत्म होने वाला है. शहर के लोगों की हवाई सेवा की मांग अभी भी अधर में अटकी हुई है. हवाई सेवा की मांग को लेकर कई महीनों से आंदोलन जारी है. उम्मीद है कि अगले साल के शुरुआती महीनों में ही हवाई सेवा की सुविधा लोगों को मिल सकेगी. शहर से हवाई सेवा की मांग को लेकर सड़क से लेकर न्यायालय तक कानूनी लड़ाई लगातार लड़ी गई. लेकिन समय बीतने के बाद भी बिलासपुर को हवाई सेवा की सुविधा नहीं मिली है. बिलासपुर हाईकोर्ट में हवाई सेवा की जल्द मांग पूरी करने को लेकर कई जनहित याचिकाएं लगी थी, जिसपर लगातार सुनवाई हुई. तमाम फैसले आम लोगों के हक में आए लेकिन सेवा शुरू नहीं हो सकी है.
सर्वे रिपोर्ट पर अटका मामला
26 अगस्त का दिन शहरवासियों के लिए बेहद खास था. इस दिन केन्द्र सरकार से बिलासपुर और भोपाल के बीच हवाई सेवा को हरी झंडी दिखाई थी. ऐसा लगा कि अब जल्द चकरभाठा एयरपोर्ट से हवाई सेवा बहाल कर दी जाएगी. केंद्र सरकार की ओर 72 सीटर हवाई सेवा देने की आधिकारिक घोषणा की गई थी. लेकिन फिर भी मामला अटक गया. अखंड धरना के रूप में बीते 7 महीने के आंदोलन का असर आखिकार इस साल पूरा नहीं हुआ. बताया जा रहा है कि पूरा मामला अब केंद्र सरकार के पाले में अटका हुआ है. केंद्र से हवाई सेवा को लेकर हवाई अड्डे की सर्वे रिपोर्ट अभी तक नहीं मिली है. जिस कारण 3 सी का आवेदन नहीं किया गया है. ओएलएस रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की जरूरी प्रक्रिया की जाएगी.
हवाई सेवा की मांग पर 2017 में लगी थी पीआईएल
हवाई सेवा की मांग को लेकर सबसे पहले साल 2017 के फरवरी महीने में शहर के वरिष्ठ पत्रकार ने हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की थी. इसके बाद एक और जनहित याचिका दायर की गई. दोनों ही याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं के हक में निर्णय सुनाते हुए मामले को निराकृत कर दिया था. इस बीच शहर पहुंचे कई जनप्रतिनिधियों ने हवाई सेवा की मांग को लेकर अपना समर्थन दिया.