गौरेला पेंड्रा मरवाही: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में कुछ महीनों का वक्त बचा है. उससे पहले गौरेला पेंड्रा मरवाही में गुटबाजी चरम पर है. यहां पर दस दिन पहले कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी थी. जिसकी वजह उन्होंने काम से अंसतुष्टि बताया था. अब इस मामले में प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है. कांग्रेस जिलाध्यक्ष मनोज गुप्ता से सात दिनों के अंदर जवाब मांगा है.
ब्लॉक में कार्यकारी अध्यक्षों की नियुक्ति से बढ़ा विवाद: बताया जा रहा है कि यह विवाद ब्लॉक में कार्यकारी अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद बढ़ी है. जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज गुप्ता ने बैठक बुलायी थी जिसमें बूथ स्तर की कमेटियों को लेकर गौरेला के ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष अमोल पाठक और पेंड्रा के ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष प्रशांत श्रीवास को भी दायित्व दिया गया था .लेकिन इन दोनों ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्षों की कामकाज शैली से पहले से ही मनोज गुप्ता नाखुश चल रहे थे. जिसके बाद उन्होंने कार्रवाई की.
दो नए पदाधिकारियों की नियुक्ति की: मनोज गुप्ता ने अमोल पाठक और प्रशांत श्रीवास की जगह बाला कश्यप और राम रतन पेंद्रो को ब्लॉक कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त कर दिया. यहीं से विवाद शुरू हो गया. इसका विरोध गौरेला ब्लॉक अध्यक्ष अमोल पाठक और पेंड्रा ब्लॉक अध्यक्ष प्रशांत श्रीवास ने किया. दोनों के साथ इस मसले पर कई कांग्रेस कार्यकर्ता गोलबंद दिखाई दिए.
अमरीजत चावला ने की कार्रवाई: अब इस पूरे घटनाक्रम के बाद कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री अमरजीत चावला ने गौरेला पेंड्रा मरवाही के जिला अध्यक्ष मनोज गुप्ता को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. सात दिन के अंदर इस मसले पर उनसे जवाब मांगा गया है. अमरजीच चावला ने मनोज गुप्ता की तरफ से की गई नियुक्तियों को गलत बताया है.बिना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अनुमोदन के नियुक्तियां गलत है यह अनुशासन के खिलाफ है.