बिलासपुर : शहर में बन रहा सीवरेज सफेद हाथी साबित हो रहा है. सीवरेज परियोजना शहर के लिये बनने से पहले ही फेल साबित हो रहा है. यह प्रोजेक्ट शहर के लिए नासूर बन चुका है. इस योजना के लिऐ खोदे गए गड्ढों पर गिरकर कई लोगों की असमय मौत हो चुकी है. लेकिन इन मौतों के जिम्मेदार सीवरेज परियोजना के अफसरों पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. हाल ही में तोरवा क्षेत्र में सीवरेज के खुले गड्ढे में गिरकर एक छात्र की मौत हुई थी. इसी तरह पहले भी लोगों की जान जा चुकी है.
असमय हुईं है कई लोगों की मौत : बिलासपुर शहर की समस्या बन चुके सीवरेज से होने वाली मौतों और घायलों को सहायता राशि की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी के पूर्व नगर अध्यक्ष और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर उज्ज्वला कराडे मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन देने कलेक्ट्रेट पहुंची थी. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए डॉ. उज्ज्वला कराडे ने कहा कि '' छत्तीसगढ़ की सत्ता में शासन करने वाली दोनों पार्टियां सीवरेज को लेकर गंभीर नहीं रहे. सही समय पर काम नहीं किया. इस योजना में पिछले कुछ साल से कई लोग असमय मौत के गड्ढे में समा गए. इसी तरह दर्जनों लोग इसके चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गए. इन सभी पीड़ितों को पहले ही मुआवजा मिलना था, लेकिन आज तक भटक रहे हैं.''
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सरकार से मुआवजा देने की मांग : सीवरेज के लिए खोदे गए गड्ढों में गिरकर घायल हुए और जिनकी मौत हो चुकी है उनके परिवार को न्याय दिलाने अब आम आदमी पार्टी सामने आई है. आम आदमी पार्टी ने मृतकों के परिजनों को 50 लाख और गंभीर रुप से घायलों को 10 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग सीएम भूपेश बघेल से की है. वहीं सामान्य रूप से घायल लोगों को 2 लाख की सहायता राशि की बात ज्ञापन में लिखी गई है.