रायपुर: राजधानी में राजगीत 'अरपा पैरी के धार, महानदी हे अपार' से उकेरित वस्त्रों के कलेक्शन की शुरुआत की गई. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पत्नी मुक्तेश्वरी बघेल ने विभिन्न प्रकार के वस्त्रों में बुनाई के माध्यम से राज्य गीत पर आधारित वस्त्रों के कलेक्शन का शुभारंभ किया.
राजगीत उकेरित वस्त्रों का कलेक्शन
छत्तीसगढ़ राज्य हथकरघा विकास एवं विपणन सहकारी संघ की तरफ से राज्य के बुनकरों से विभिन्न प्रकार की बुनाई के माध्यम से कोसा, सूती वस्त्रों का उत्पादन कराया जाता है. इसमें कोसा सिल्क साड़ी, रेडिमेड जैकेट, ब्लाउज, कुर्ती की नई श्रृंखला शामिल हैं.
'अरपा पैरी के धार, महानदी हे अपार'
इस कलेक्शन में छत्तीसगढ़ के महान कवि स्वर्गीय डाॅ. नरेन्द्र वर्मा द्वारा रचित 'अरपा पैरी के धार, महानदी हे अपार' को विभिन्न प्रकार के वस्त्रों में उकेरा गया है. शुभारंभ के मौके पर छत्तीसगढ़ राज्य हथकरघा संघ के अधिकारीगण मौजूद रहे.