बीजापुर : जिले के सिलगेर गांव में ग्रामीण पुलिस कैंप खोले जाने का विरोध कर रहे हैं. ग्रामीणों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि उन पर लाठीचार्ज किया गया. घायल ग्रामीणों का जिला अस्पताल में इलाज जारी है. इलाज के लिए ग्रामीणों को सिलगेर से बीजापुर लाया गया है. ग्रामीण लगातार इस विरोध-प्रदर्शन में नक्सलियों से शामिल नहीं होने की बात कह रहे हैं, तो वहीं बस्तर आईजी सुंदरराज पी का कहना है कि इस दौरान 3 नक्सलियों की फायरिंग से मौत हुई है. इस घटना पर नक्सलियों ने प्रेस नोट जारी कर 21 मई को बंद का आह्वान किया है.
बीजापुर जिला अस्पताल में माडवी भीमा, आयतु हेमला, पूनम सक्कु, सोमली कुडियम और गंगा मुचाकी को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. सीने में गोली लगने की वजह से उनका ऑपरेशन किया गया है. डॉक्टर ने उन्हें खतरे से बाहर बताया है. इस दौरान एक सामाजिक कार्यकर्ता ने इलाके में जाने की अनुमति मांगी थी. सामाजिक कार्यकर्ता को Y श्रेणी की सुरक्षा मिली है. संवेदनशील इलाके को देखते हुए फिलहाल उन्हें अनुमति नहीं दी गई है. नक्सलियों ने इस पूरी घटना को लेकर प्रेस नोट जारी किया है. नक्सलियों ने नोट में इस घटना में दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई होनी की बात लिखी है. उन्होंने 21 मई को बंद का आह्वान किया है.
सिलगेर में पुलिस कैंप पर हमला: ग्रामीणों ने 3 से ज्यादा लोगों के मारे जाने का दावा किया
ये था पूरा मामला
जिले से लगे सिलगेर में पुलिस कैंप पर नक्सलियों ने हमला कर दिया था. बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि नक्सली ग्रामीणों की आड़ लेकर कैंप का विरोध कर रहे हैं. नक्सली यहां कैंप स्थापित नहीं होने देना चाहते. इस विरोध में सोमवार को क्रॉस फायरिंग में 3 लोगों की मौत हो गई. इस घटना के बाद ग्रामीणों ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस की फायरिंग में 9 लोग मारे गए हैं और 15 से ज्यादा लोग घायल हैं. हालांकि इसकी अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है.