बीजापुर: तर्रेम थाना क्षेत्र में रविवार को हुए IED ब्लास्ट में घायल एसटीएफ (special task force) के जवान ने दम तोड़ दिया. शहीद जवान का नाम मोहन नाग बताया जा रहा है. बीजापुर एसपी कमलोचन कश्यप ने घटना की पुष्टि की थी.
इलाज के दौरान मौत
मोहन नाग CAF में पदस्थ था. एरिया डोमिनेशन के दौरान प्रेशर IED की चपेट में आने से वो घायल हो गया था. घटना में घायल जवान को बासागुड़ा में प्राथमिक इलाज के बाद बीजापुर रेफर किया जा रहा था. इस दौरान जवान ने दम तोड़ दिया.
जवान ने खोए दोनों पैर
बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि ब्लास्ट में जवान ने अपने दोनों पैर खो दिए थे. उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि यह विस्फोट नक्सलियों के एक समूह ने लगाया था.
कुछ दिनों पहले की घटनाओं पर एक नजर:
3 जनवरी
बीजापुर में पुलिस ने एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान 2.5 किलो का IED बरामद किया था. मौके पर पहुंची बम स्क्वॉड की टीम ने IED को डिफ्यूज कर दिया था.
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12 जनवरी
नारायणपुर के अबूझमाड़ में नक्सलियों के लगाए प्रेशर आईईडी की चपेट में आने से 2 जवान घायल हो गए थे. ओरछा के बटुमपारा इलाके में चल रहे सड़क निर्माण कार्य में जवानों को सुरक्षा के लिए लगाया गया था. जिसमें सड़क निर्माण के समय आईईडी ब्लास्ट की चपेट में आने से दो जवान घायल हो गए थे.
22 जनवरी
बीजापुर में तर्रेम से जगरगुंडा के बीच चल रहे सड़क का निर्माण कार्य में जवानों को तैनात किया गया था. नक्सलियों ने इलाके में जवानों को निशाना बनाने के लिए 2 IED प्लांट किए गए थे. लेकिन पुलिस के जवानों ने IED को बरामद कर लिया था. पुलिस ने दोनों IED को निष्क्रिय भी कर दिया था.
1 फरवरी
सुकमा में सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए लगाए गए 5-5 किलो के 2 आईईडी को बरामद कर डिफ्यूज कर दिया था.
4 फरवरी
कांकेर के चर्रे-मर्रे जलप्रपात के पास सुरक्षाबलों ने 2-2 किलो का दो IED बरामद किया था. नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से IED प्लांट किया था. सर्चिंग पर निकले बीएसएफ और डीएफ के जवानों ने आईईडी बरामद किया था.