बीजापुर: पूर्व मंत्री महेश गागड़ा के खिलाफ सरपंच संघ ने मोर्चा खोल दिया है. सरपंच संघ ने कहा कि महेश गागड़ा सरपंचों पर मनरेगा में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं. ये गलत है, ये सब मन गणन्त बाते हैं. महेश गागड़ा अपनी खोखली राजनीति और उलूल-जुलूल बयानबाजी कर मीडिया में बने रहना चाहते हैं. किसी भी पंचायत में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है.
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सरपंच संघ ने कहा कि बीजापुर एक संवेदनशील जिला है. सरकारी योजनाओं को ग्रामीणों तक पहुंचाना किसी चुनौती से कम नहीं है. पंचायत के सरपंच अपने ईमानदारी से काम कर रहे हैं. बावजूद इसके महेश गागड़ा आरोप लगा रहे हैं. सरपंच संघ ने कहा कि भाजपा के शासन काल में 10 साल मंत्री रहे, तब तक उन्हें ये सब मालूम नहीं था. जैसे ही वे मंत्री पद गवाएं. उन्हें ये सब ज्ञात होने लगा.
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महेश गागड़ा का किया जाएगा बहिष्कार
तमलापल्ली की सरपंच कमला पोटाम ने कहा कि पूर्व विधायक ने जो आरोप लगाए हैं, वो सरासर झूठ है. मेरे ग्राम पंचायत में किसी तरह का कोई भी भ्रष्टाचार नहीं किया गया है. पंचायत में कार्य पूरी ईमानदारी किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बीजापुर पूर्व विधायक महेश गागड़ा 7 दिनों के अंदर सरपंच संघ से मांफी मांगे. मांफी नहीं मांगने पर महेश गागड़ा का बहिष्कार किया जाएगा.
महेश गागड़ा के खिलाफ आंदोलन की तैयारी
जिला सरपंच संघ के अध्यक्ष ने कहा कि महेश गागड़ा अपनी बयानबाजी मामले में सार्वजनिक मांफी मांगे. अन्यथा आने वाले दिनों में लगातार ग्राम पंचायतों में आंदोनल किया जाएगा. महेश गागड़ा सरपंच संघ से मांफी मांगे. पत्रकार वार्ता में सरपंच संघ अध्यक्ष जगबंधु मांझी, सरपंच संघ उपाध्यक्ष बुधराम, उपाध्यक्ष सुनील उद्दे समेत कई लोग मौजूद रहे.