रायपुर: छत्तीसगढ़ का नक्सल प्रभावित जिला बीजापुर अक्सर आईईडी विस्फोटों, मुठभेड़ों और अन्य नक्सली गतिविधियों के लिए खबरों में रहता है. लेकिन बीजापुर खेल के क्षेत्र में एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है. जिले के दो युवाओं को जापान और चीन में आयोजित सॉफ्टबॉल प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करने का गौरव मिला है. हाल ही में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने बीजापुर दौरे के दौरान दोनों खिलाड़ियों राकेश कदाती और रेणुका तेलम को सम्मानित किया था. दोनों अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों ने अपनी सफलता का श्रेय अपने कोच और परिवार को दिया है.
कदाती के पिता की नक्सलियों ने की थी हत्या: युवा खिलाड़ी राकेश कदाती ने बताया ''जब मैं बहुत छोटा था, तब मेरे पिता की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी और मेरी मां का स्वास्थ्य संबंधी सम्स्याओं की वजह से निधन हो गया. मां की मौत के बाद सीआरपीएफ कर्मियों ने मुझे टुमॉरो फाउंडेशन द्वारा संचालित एक बाल गृह को सौंप दिया, जहां मेरे मन में सॉफ्टबॉल के लिए जो जुनून है, वह मुझे पता चला."
नक्सल प्रभावित क्षेत्र के युवाओं को किया प्रोत्साहित: अपनी यात्रा के बारे में जिक्र करते हुए राकेश कदाती ने कहा, "शुरुआत में मुझे अपने साथियों के साथ बात करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन समय के साथ मैने दूसरों के साथ अच्छे से बातचीत करना सीख लिया." नक्सल प्रभावित क्षेत्र में युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कदाती ने खिलाड़ियों से विश्वास करने का आग्रह किया. कदाती ने कहा, "खुद कड़ी मेहनत करें और प्रगति के लिए प्रयास करें."
जापान में भारतीय टीम का किया प्रतिनिधित्व: कदाती अभी अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी राकेश कदाती कक्षा 9 में पढ़ रहा है. उसने जापान में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया है. अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी ने जापान के अलावा, पंजाब, इंदौर, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, कटक, झारखंड और मध्य प्रदेश में भी छत्तीसगढ़ की टीम का प्रतिनिधित्व किया है. कदाती ने अपने कोच से प्रेरणा लेते हुए खेल को जारी रखने की बात कही है.
रेणुका ने चीन में किया भारत का प्रतिनिधित्व: बीजापुर के धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र आवापल्ली की निवासी एक अन्य अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी रेणुका तेलम है. रेणुका ने हाल ही में चीन में एक अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया था. वह 2017 से सॉफ्टबॉल खेल रही हैं. उन्हें पंजाब, राजस्थान, ओडिशा, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में आठ राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने का अवसर मिला.
"इन खिलाड़ियों की उपलब्धि जिले के अन्य लोगों को प्रेरित कर रही है. अकादमी में कोच भी खिलाड़ियों के कौशल को निखारने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. बीजापुर में तैराकी, बैडमिंटन, सॉफ्टबॉल, फुटबॉल, कबड्डी, वॉलीबॉल और जूडो के ट्रेनिंग की सुविधाएं उपलब्ध हैं, जो कभी नक्सलवाद के लिए जाना जाता था." - राजेंद्र कुमार कटारा, कलेक्टर, बीजापुर
बीजापुर खेल अकादमी बना खिलाड़ियों का नर्सरी: बीजापुर जिला प्रशासन के सहयोग से 2017 में स्थापित खेल अकादमी बस्तर क्षेत्र के बच्चों में खेल प्रतिभा को निखारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. डीएमएफ के माध्यम से संचालित बीजापुर खेल अकादमी में 11 प्रशिक्षकों के माध्यम से लगभग 400 खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. कुल खिलाड़ियों में से सॉफ्टबॉल के तीन खिलाड़ियों (दो जूनियर और एक वरिष्ठ खिलाड़ी सहित) ने हाल ही में जापान में आयोजित एशिया कप में भाग लिया है. जबकि दो लड़कियों को मिला हाल ही में चीन में प्रतियोगिता में भाग लेने का अवसर मिला. सॉफ्टबॉल के मुख्य कोच सोपान कर्णेवाल के अनुसार, बस्तर के बच्चे स्वाभाविक रूप से मजबूत हैं और उचित मार्गदर्शन के साथ वे अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन कर सकते हैं.
(एएनआई)