बीजापुर : अगवा इंजीनियर और राजमिस्त्री को नक्सलियों ने रिहा कर (Naxalites released Engineer Ashok Pawar and Raj Mistry in Bijapur) दिया है. मंगलवार रात दोनों ने CAF कैंप में सुरक्षित पहुंचकर विश्राम किया. दोनों का स्वास्थ्य परीक्षण कर लिया गया है. हालांकि इंजीनियर की पत्नी अभी भी जंगलों में पति की खोज में लगी हैं. परिवार से अभी तक मुलाकात नहीं हुई है.
चार दिन बाद भी अगवा इंजीनियर और राज मिस्त्री का सुराग नहीं, इंजीनियर की पत्नी ने की रिहाई की अपील
नक्सलियों ने नहीं की कोई मारपीट
इंजीनियर ने बताया कि नक्सलियों ने उनके साथ कोई मारपीट नहीं की है. उन्होंने बताया कि हम सकुशल हैं. इंजीनियर से पुलिस के आलाधिकारी आज बातचीत और पूछताछ करेंगे. दोनों को अगवा किये जाने के कारण का भी अभी तक खुलासा नहीं हुआ है. हालांकि मुखबिरी के शक के चलते दोनों के अगवा किये जाने की आशंका जताई जा रही है. नक्सलियों ने उनसे क्या पूछा और क्या कुछ अल्टीमेटम दिया, इसका भी अभी तक खुलासा नहीं हुआ है. वहीं रिहा होने के बाद दोनों खुश हैं. बताया जा रहा है कि रिहा हुए इंजीनियर और राज मिस्त्री को आज बीजापुर लाया जाएगा.
नक्सली आंख पर पट्टी बांधकर रखते थे-अशोक पवार
बंधक रहे इंजीनियर अशोक पवार और राजमिस्त्री आनंद यादव ने बताया कि नक्सली उनकी आंखों पर काली पट्टी बांधकर रखते थे. वह लगातार ठिकाना बदलते रहते थे. नक्सली उन्हें लगातार जंगलों में घुमाते रहते थे.अशोक पवार ने बताया कि नक्सली हर दिन दोनों से पूछताछ करते थे. दोनों के बारे में नक्सलियों ने पूरी जानकारी जुटाई. बंधक रहते नक्सलियों ने अशोक पवार को बताया कि उनके गांव और घर तक नक्सलियों ने पड़ताल की. जिसके बाद साफ छवि पाकर उन्हें रिहा करने का फैसला लिया. रिहाई के दौरान नक्सलियों ने ये हिदायत दी कि, अब वे नक्सली इलाकों में काम नही करें और बेदरे पुल का काम छोड़कर चले जाएं.