बीजापुर: जिला मुख्यालय डीआरजी और थाना बीजापुर की टीम सोमवार को माओवादी विरोधी अभियान पर निकली थी. यह टीम, गोरना, मनकेली, पेद्दाकोरमा की ओर निकली थी. अभियान के दौरान टीम ने कोकरा और थाना बीजापुर के बीच माओवादी अपराध में शामिल 2 माओवादियों को पकड़ा. माओवादी सन्नू कोरसा जनताना सरकार अध्यक्ष और नक्सली राजू कोरसा मिलिशिया प्लाटून सदस्य रहा है.
न्यायालय में पेश कर भेजा गया जेल: थाना बीजापुर क्षेत्र में 11 अक्टूबर 2019 को कोकरा के एक ग्रामीण का अपहरण करने और पुलिस मुखबिर का आरोप लगाते हुए उसके साथ मारपीट की घटना में दोनों शामिल थे. इसके अलावा 9 जून 2022 को गोरना-मनकेली रोड निर्माण की सुरक्षा में लगे पुलिस पार्टी पर आईईडी प्लांट कर विस्फोट करने की घटना में भी इनकी संलिप्तता थी. थाना बीजापुर में सन्नू कोरसा के खिलाफ 2 स्थाई वारंट और राजू कोरसा के खिलाफ 1 स्थाई वारंट लंबित है. पकड़े गए दोनों माओवादियों के खिलाफ थाना बीजापुर में कार्रवाई कर न्यायालय बीजापुर पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया.
एक दिन पहले गिरफ्तार हुए थे 3 नक्सली: रविवार को गंगालूर थाना क्षेत्र के पुसनर गांव से पुलिस ने तीन नक्सलियों को गिरफ्तार किया था. तीनों नक्सली बड़ी नक्सल वारदात को अंजाम देने की प्लानिंग कर रहे थे. इनके पास से पुलिस ने एक टिफिन बम और विस्फोटक बरामद किया है. पुलिस के आला अधिकारियों ने नक्सलियों की गिरफ्तारी और विस्पोटक के साथ टफिन बम सीज करने की जानकारी मीडिया को दी है. पुलिस ने बताया कि गंगलूर एरिया में शुक्रवार से सर्चिंग अभियान जारी है. जिसमें पुलिस को शनिवार को सफलता मिली. शिकंजे में आए नक्सलियों से पूछताछ पर कई चौंकाने वाले खुलासे हुए. यह सभी गंगालूर इलाके में आईईडी ब्लास्ट की योजना बना रहे थे. पुलिस ने इनकी योजना पर पानी फेर दिया.
इस तरह बीते तीन दिनों में कुल पांच नक्सलियों की गिरफ्तारी हुई है. इसके अलावा एक नक्सल सहयोगी भी पकड़ा गया था. जो नक्सलियों का खास गुर्गा है.