बीजापुर: नक्सलियों ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर 28 जुलाई से 3 अगस्त तक शहीद सप्ताह मनाने की अपील की है. नक्सलियों की केंद्रीय कमेटी ने 15 पन्नों की प्रेस विज्ञप्ति जारी कर ये भी बताया कि कितने नक्सलियों की मौत हुई है. उन्होंने कहा कि दंडकारण्य में 101 माओवादियों के बिहार और झारखंड में 11, ओडिशा में 14, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ (एमएमसी) में 8, ओडिशा-आंध्र सीमा पर 11, तेलंगाना में 14 और पश्चिमी घाटी में 1 नक्सली की मौत हुई है.
बस्तर पुलिस का 'ऑपरेशन मानसून' हो रहा कारगर साबित, नक्सलियों पर भारी पड़ रही रणनीति
28 जुलाई से शहीदी सप्ताह मनाने की अपील
शहीद सप्ताह के संदर्भ में तेलंगाना के इंद्र वैली को भी नक्सलियों ने याद करने की बात कही है. प्रेस विज्ञप्ति में नक्सलियों की केंद्रीय कमेटी ने लिखा है कि तेलंगाना के आदिलाबाद जिले के इंद्र वैली में आदिवासी आमसभा पर गोलीकांड को इस वर्ष 40 बरस पूरे हो गए हैं. नक्सलियों ने आरोप लगाया कि इंद्र वैली नरसंहार एक तरफ आदिवासियों के प्रति शोषक शासक वर्गों की क्रूरता और अमानवीयता का संकेत बना हुआ है. नक्सलियों ने क्रांतिकारी सांस्कृतिक संगठनों के जरिए मारे गए नक्सलियों की जीवनियों पर विभिन्न गीतों के उपयोग की बात कही है.
बैकफुट पर नक्सली
इधर छत्तीसगढ़ में फिलहाल नक्सली बैकफुट पर जाते दिख रहे हैं. प्रदेश में मानसून (Monsoon in Bastar) आते ही अब नक्सलियों के खिलाफ पुलिस और सुरक्षाबलों ने अभियान तेज कर दिया है. नक्सलियों के खिलाफ जून माह से 'ऑपरेशन मानसून' (Police started Operation Monsoon in bastar) की शुरुआत की गई. 1 जून से जारी फोर्स के ऑपरेशन मानसून में अब तक 7 हार्डकोर नक्सली मारे जा चुके हैं. नक्सलियों के पास से अब तक AK-47, SLR जैसे अत्याधुनिक भारी मात्रा में हथियार, विस्फोट और अन्य सामान भी पुलिस ने बरामद किया है.
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फोर्स की बदली रणनीति नक्सलियों पर भारी पड़ रही है. ऑपरेशन मानसून के दौरान पुलिस को पिछले 1 महीने में काफी सफलता ऑपरेशन मानसून के दौरान मिली है. बारिश में नक्सली पहुंचविहीन सुरक्षित इलाकों में कैंप लगाते हैं, पर इस बार उनके लिए कोई ठिकाना सुरक्षित नहीं बचा है. जवान उनके कैंप तक पहुंच कर हमला कर रहे हैं.
सीमावर्ती राज्यों से समन्वय बनाकर चलाया जा रहा ऑपरेशन
नक्सलियों को चौतरफा घेरने के लिए बस्तर संभाग के अलग-अलग जिलों और सीमावर्ती राज्यों की फोर्स के बीच समन्वय बनाया गया है. लगातार ऑपरेशन चलाया जा रहा है. बस्तर आईजी सुदंरराज पी. ने बताया कि ऑपरेशन मानसून अभी 2 महीने और चलेगा. आईजी ने बताया कि मानसून के दौरान पिछले 1 महीने में ही 12 से अधिक मुठभेड़ संभाग भर में हुए हैं. इन सभी मुठभेड़ में बस्तर पुलिस को सफलता मिली है.
भारी बारिश के बावजूद जवानों के हौसले बुलंद
आईजी सुंदरराज पी. ने बताया कि अंदरूनी क्षेत्रों में भारी बारिश के बावजूद भी जवानों का मनोबल कम नहीं हुआ है. नदी-नाले उफान पर होने के बावजूद जवान नक्सलियों के ठिकाने तक पहुंच रहे हैं और नक्सलियों के कैम्प ध्वस्त करने में सफलता भी हासिल कर रहे हैं. बस्तर आईजी ने बताया कि ऑपरेशन मानसून के दौरान कई नक्सलियों ने सरेंडर भी किया है. इसके अलावा कुछ नक्सलियों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है.