बीजापुर: बस्तर से कांग्रेस सांसद दीपक बैज ने 25 मई 2013 को हुए झीरम हमले को सुपारी किलिंग बताया है. दीपक बैज ने कहा कि इसके लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री और मंत्री जिम्मेदार हैं. बैज ने कहा कि झीरम घटना में पूरी तरह तत्कालीन बीजेपी सरकार का हाथ था. घटना के वक्त रमन सिंह मुख्यमंत्री थे.
बैज ने कहा कि झीरम कांड में परिवर्तन यात्रा पर निकली कांग्रेस के बड़े नेताओं की निर्मम हत्या कर दी गई थी. बैज ने कहा कि झीरम नक्सली घटना में कांग्रेस के कई शीर्ष लीडर्स की हत्या हुई, जिसकी भरपाई अब तक नहीं हो सकी है.
विधानसभा चुनाव से पहले हुआ था नक्सली हमला
25 मई 2013 को छत्तीसगढ़ में एक ऐसी नक्सली वारदात हुई जिसकी गूंज पूरे देशभर में सुनाई दी थी. बस्तर संभाग में परिवर्तन यात्रा पर निकली कांग्रेस पर नक्सलियों ने अचानक हमला कर दिया था. जिसमें कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता तत्कालीन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार पटेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, पूर्व विधायक उदय मुदलियार, पूर्व नेता प्रतिपक्ष महेंद्र कर्मा, दिनेश पटेल समेत कई नेताओं की जान चली गई थी. कांग्रेस नेताओं के साथ कई सुरक्षाकर्मी भी इस हमले में शहीद हुए थे. जब यह काफिला झीरम घाटी से गुजर रहा था तब घात लगाकर नक्सलियों ने कांग्रेस नेताओं और सुरक्षाकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया था. इस अटैक की जांच चल रही है.
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इससे पहले कांग्रेस सांसद दीपक बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ में RSS, नक्सलियों से भी ज्यादा खतरनाक है. बैज ने कहा कि बीजेपी और RSS नक्सल प्रभावित गांवों के ग्रामीणों को बरगला रहे हैं, जिससे वहां विकास न हो पाए. बैज ने कहा कि बीजेपी और RSS की ये मंशा कभी पूरी नहीं होगी. प्रदेश की कांग्रेस सरकार अंतिम गांव तक विकास करेगी.
दरअसल पत्रकारों ने सांसद दीपक बैज से सवाल किया कि दक्षिण बस्तर में आदिवासी ग्रामीण सड़कों पर आकर पुल, सड़क और कैंप खोले जाने का विरोध कर रहे हैं, इस पर आप क्या सोचते हैं. इस सवाल का जवाब देते हुए बैज ने कहा कि इन सबके पीछे भाजपा और RSS का हाथ है. बीजेपी की कई ऐसी शाखाएं हैं. RSS एक ऐसी शाखा है जो नक्सलियों से ज्यादा खतरनाक है.