बीजापुर : कोरोना से बचाव के लिए सरकार लगातार लॉकडाउन की सीमा बढ़ा रही है. लेकिन इस बढ़ते लॉकडाउन का असर यदि किसी पर सबसे ज्यादा पड़ रहा है, तो वो है मजदूर वर्ग. इस समस्या से निपटने के लिए वे अपने घर लौट रहें हैं, ताकि अपना गुजर बसर कर सके. अन्य राज्यों में फंसे मजदूरों को उनको गांव भेजने के लिए जिला प्रशासन ने बसों की व्यवस्था की है, ताकि अन्य राज्यों के मजदूर सुरक्षित अपने घर पहुंच सकें.
दरअसल, जिले फंसे कई मजदूर छोटे-छोटे बच्चों के साथ भूखे पेट सो रहे थे. तो कई मजदूर अपने बच्चों से अलग बीजापुर में फंसे थे. ऐसे में अंदाजा लगा सकते हैं कि, वे किस तरह दिन काट रहे थे, लेकिन अब एक राहत भरी खबर निकल कर सामने आई है. उन तमाम मजदूरों को बसों से रवाना किया जा रहा है. अब कहीं जाकर मजदूरों के चेहरे पर मुस्कान देखी जा रही है, क्योंकि ये सब मजदूर इतने दिनों तक अपने परिवारों से दूर रह रहे थे.
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डरे हुए थे मजदूर
बीते कुछ दिन पहले ही अपने घरों तक पहुंचने के लिए कुछ मजदूर पैदल सफर करते हुए आगे बढ़ रहे थे और इस दौरान 12 साल की एक मासूम बच्ची की मौत हो गई थी. ऐसे में लगातार मजदूर डरे हुए नजर आ रहे थे, लेकिन ये खबर उनके लिए राहतभरी है.
झारखंड के श्रमिकों के लिए चलेंगी 5 बसें
बता दें कि, रायपुर में फंसे झारखंड के श्रमिक भी जल्द ही अपने घर के लिए रवाना हो पाएंगे. झारखंड शासन ने छत्तीसगढ़ शासन और थाना प्रभारी के नाम पत्र भेजा है. इस पत्र के मुताबिक टाटीबंध चौक से झारखंड के लिए 5 बसें चलाई जाएंगी. अब रायपुर में फंसे झारखंड के मजदूर अपने घर जा सकेंगे.