बीजापुर: बीजपुर में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है. भारी बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग समेत अन्य कई गांव में पानी घुस गया है. राष्ट्रीय राज मार्ग 63 जांगला के पास कई घंटों तक आवगमन बाधित रहा. जिले के कोडोली में मरी नदी उफान पर चल रहा है. कोडोली में दो घर बाढ़ की चपेट में आये हैं. जिनका बोट से रेस्क्यू किया जा रहा है. नेलसनार से मिरतुर को जोड़ने वाली नदी भी सड़क के कुछ मीटर ऊपर से बह रही है, जिससे मिरतुर क्षेत्र के दर्जनों गांवो का संपर्क टूटा गया है. वही चेरपाल नदी भी उफान पर है. चेरपाल में बाढ़ का पानी पुल के ऊपर से बह रहा है.
यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ में चक्रवाती बारिश का असर, सीएम ने राज्य के एसपी कलेक्टर को किया अलर्ट
मूसलाधार बारिश से घरों में पानी घूसा: वहीं, गंगालूर तहसील क्षेत्र कोटेर में भी बाढ़ का पानी घरो में घुसने की खबर है. जिले में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से जिले के छोटे-बड़े नदी नाले उफान पर है. मिनगाचल नदी पूरे शबाब पर है. नेशनल हाइवे 163 पर मौजूद सीआरपीएफ 222 बटालियन की कैम्प में पानी भरने लगा है.
सीआरपीएफ कैम्प डूबा: सीआरपीएफ कैंप में निचले स्तर पर बने बैरकों में कई फीट पानी घुस चुका है. सावधानी बरतते हुए जवानों ने कैम्प को खाली करना शुरू कर दिया है. लगातार बारिश से मिनगाचल नदी का जल स्तर नेशनल हाइवे से टच कर रही है. बारिश के नहीं रुकने और जल स्तर बढ़ने से सीआरपीएफ कैम्प डूबने की आशंका बनी हुई है.