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बीजापुर के तोयनार में नशेड़ी शिक्षक ने मासूम को पीटा, डीईओ ने किया निलंबित - तोयनार की सहायक शिक्षक

बीजापुर के प्राथमिक स्कूल तोयनार की सहायक शिक्षक नशे की हालत में बच्चे की पिटाई करना महंगा पड़ गया. मामले में पुष्टि होने पर बीजापुर डीईओ ने सहायक शिक्षक को निलंबित कर दिया. पढ़ें पूरी रिपोर्ट...

बीजापुर थाना पुलिस
बीजापुर थाना पुलिस
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Published : Nov 25, 2022, 9:49 AM IST

Updated : Nov 25, 2022, 1:01 PM IST

बीजापुर: प्राथमिक स्कूल तोयनार की सहायक शिक्षक नशे की हालत में बच्चे की पिटाई करना महंगा पड़ गया. शिक्षा का अधिकार और सिविल सेवा आचरण का उल्लघंन में सहायक शिक्षक दोषी पाया गया. जिला शिक्षा अधिकारी बीजापुर ने तत्काल प्रभाव सहायक शिक्षक एलबी कमलेश कुमार उद्दे को निलंबित कर दिया है. निलंबन अवधि में निलंबित शिक्षक का मुख्यालय विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी उसूर मुख्यालय आवापल्ली किया गया है. वहीं मिंगाचल मिडिल स्कूल में अगस्त महीने की 5 तारीख को 11 वर्षीय बच्ची के साथ मारपीट करने वाले नशेड़ी शिक्षक शेखर देवांगन पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.

यह भी पढ़ें: Chhattisgarh crime news छत्तीसगढ़ में बुजुर्ग सेफ नहीं, बुजुर्गों के लिए है दूसरा असुरक्षित राज्य

जिला शिक्षा अधिकारी की एक जैसे मारपीट के मामले में कार्रवाई नहीं करना कई सवालों को जन्म देता है. जिला शिक्षा कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक कमलेश कुमार उद्दे ने 18 नवम्बर को नशे की हालत में स्कूल पहुंचकर कक्षा 5 वीं के दो छात्रों की बिना कारण पिटाई कर दी. संस्था के प्रधान अध्यापक द्वारा इस बात की सूचना दिए जाने पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी बीजापुर ने मामले की जांच की. प्रथम दृष्टया घटना को सही पाए जाने और जिला शिक्षा अधिकारी बीजापुर को अनुशासनत्मक कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन भेजा. प्रतिवेदन के आधार पर जिला शिक्षा अधिकारी ने सिविल आचरण नियम, शिक्षा के अधिकार नियम के तहत सहायक शिक्षक पर निलंबन की कार्रवाई की गई है.


शिक्षा विभाग का ऐसा रवैया क्यों:
मिंगाचल मिडिल स्कूल में 11 वर्षीय छात्रा के साथ नशे में धुत शिक्षक शेखर देवांगन की पिटाई का मामला नैमेड थाने में 5 अगस्त 2022 को दर्ज कराया गया था. पीड़ित मासूम से मारपीट के निशान चेहरे पर स्पष्ट दिखाई दे रहे थे. उसका इलजा भी कराया गया था. एक मासूम से नशे में धुत शिक्षक द्वारा मारपीट के लिए शिक्षा विभाग दो अलग अलग कार्रवाई क्यों कर रहा है. क्या मिनगाचल में पीड़ित इस बच्ची के आंसुओं में कमी रह गई या अधिकारियों की संवेदना मर गई है. आखिर क्यों शेखर देवांगन पर कार्रवाई अब तक नहीं की गई. क्या बीजापुर के मासूम आदिवासी बच्चों पर क्रूरता और अन्याय पर विभाग मूकदर्शक बना रहेगा.

मिंगाचल में पीड़ित बच्चे के पिता का दर्द बताते हुए ईटीवी भारत से पीड़ित मासूम के पिता बलराम कोरसा ने बताया कि जब बेटी के साथ शिक्षक शेखर देवांगन ने मारपीट की थी उसके बाद नैमेड थाना में नशेड़ी शिक्षक के खिलाफ मामला दर्ज कराया. प्राथमिकी दर्ज होने के साथ ही मुझ पर पैसे लेकर मामला शांत करने का दबाव डाला गया. 1 लाख रुपये तक मुझे देने की पेशकश की गई थी. लेकिन पैसे मेरे लिए अपनी बेटी से बढ़कर नहीं है. कहकर लेने से इनकार कर दिया. 4 महीने बाद भी शेखर देवांगन पर कार्रवाई नहीं करना मुझे बहुत आहत कर रहे हैं. तोयनार में बच्चे की पिटाई की शिकायत मात्र से निलंबित कर दिया जाता है लेकिन मैंने तो सबूतों के साथ थाने में मामला भी दर्ज कराया लेकिन कार्रवाई करने की बजाय आरोपी शिक्षक का वहा से तबादला कर दिया गया. आखिर क्यों एक नशेड़ी और हिंसक शिक्षक को बचाने का प्रयास हो रहा है. बलराम ने बताया कि मेरी बेटी के हक की लड़ाई मैं आखिर तक लड़ूंगा.

बीजापुर: प्राथमिक स्कूल तोयनार की सहायक शिक्षक नशे की हालत में बच्चे की पिटाई करना महंगा पड़ गया. शिक्षा का अधिकार और सिविल सेवा आचरण का उल्लघंन में सहायक शिक्षक दोषी पाया गया. जिला शिक्षा अधिकारी बीजापुर ने तत्काल प्रभाव सहायक शिक्षक एलबी कमलेश कुमार उद्दे को निलंबित कर दिया है. निलंबन अवधि में निलंबित शिक्षक का मुख्यालय विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी उसूर मुख्यालय आवापल्ली किया गया है. वहीं मिंगाचल मिडिल स्कूल में अगस्त महीने की 5 तारीख को 11 वर्षीय बच्ची के साथ मारपीट करने वाले नशेड़ी शिक्षक शेखर देवांगन पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.

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जिला शिक्षा अधिकारी की एक जैसे मारपीट के मामले में कार्रवाई नहीं करना कई सवालों को जन्म देता है. जिला शिक्षा कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक कमलेश कुमार उद्दे ने 18 नवम्बर को नशे की हालत में स्कूल पहुंचकर कक्षा 5 वीं के दो छात्रों की बिना कारण पिटाई कर दी. संस्था के प्रधान अध्यापक द्वारा इस बात की सूचना दिए जाने पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी बीजापुर ने मामले की जांच की. प्रथम दृष्टया घटना को सही पाए जाने और जिला शिक्षा अधिकारी बीजापुर को अनुशासनत्मक कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन भेजा. प्रतिवेदन के आधार पर जिला शिक्षा अधिकारी ने सिविल आचरण नियम, शिक्षा के अधिकार नियम के तहत सहायक शिक्षक पर निलंबन की कार्रवाई की गई है.


शिक्षा विभाग का ऐसा रवैया क्यों:
मिंगाचल मिडिल स्कूल में 11 वर्षीय छात्रा के साथ नशे में धुत शिक्षक शेखर देवांगन की पिटाई का मामला नैमेड थाने में 5 अगस्त 2022 को दर्ज कराया गया था. पीड़ित मासूम से मारपीट के निशान चेहरे पर स्पष्ट दिखाई दे रहे थे. उसका इलजा भी कराया गया था. एक मासूम से नशे में धुत शिक्षक द्वारा मारपीट के लिए शिक्षा विभाग दो अलग अलग कार्रवाई क्यों कर रहा है. क्या मिनगाचल में पीड़ित इस बच्ची के आंसुओं में कमी रह गई या अधिकारियों की संवेदना मर गई है. आखिर क्यों शेखर देवांगन पर कार्रवाई अब तक नहीं की गई. क्या बीजापुर के मासूम आदिवासी बच्चों पर क्रूरता और अन्याय पर विभाग मूकदर्शक बना रहेगा.

मिंगाचल में पीड़ित बच्चे के पिता का दर्द बताते हुए ईटीवी भारत से पीड़ित मासूम के पिता बलराम कोरसा ने बताया कि जब बेटी के साथ शिक्षक शेखर देवांगन ने मारपीट की थी उसके बाद नैमेड थाना में नशेड़ी शिक्षक के खिलाफ मामला दर्ज कराया. प्राथमिकी दर्ज होने के साथ ही मुझ पर पैसे लेकर मामला शांत करने का दबाव डाला गया. 1 लाख रुपये तक मुझे देने की पेशकश की गई थी. लेकिन पैसे मेरे लिए अपनी बेटी से बढ़कर नहीं है. कहकर लेने से इनकार कर दिया. 4 महीने बाद भी शेखर देवांगन पर कार्रवाई नहीं करना मुझे बहुत आहत कर रहे हैं. तोयनार में बच्चे की पिटाई की शिकायत मात्र से निलंबित कर दिया जाता है लेकिन मैंने तो सबूतों के साथ थाने में मामला भी दर्ज कराया लेकिन कार्रवाई करने की बजाय आरोपी शिक्षक का वहा से तबादला कर दिया गया. आखिर क्यों एक नशेड़ी और हिंसक शिक्षक को बचाने का प्रयास हो रहा है. बलराम ने बताया कि मेरी बेटी के हक की लड़ाई मैं आखिर तक लड़ूंगा.

Last Updated : Nov 25, 2022, 1:01 PM IST
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