बीजापुर: शासन के निर्देशानुसार मनरेगा योजना के अंतर्गत कार्यों में पंजीकृत परिवारों को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं. इसके बावजूद जिले में कम श्रमिकों के नियोजन को देख कर जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी पोषण चंद्राकर बिफर गए. उन्होंने जिले के सभी जनपद सीईओ और कार्यक्रम अधिकारी को नोटिस जारी कर एक सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है.
जनपद पंचायत बीजापुर में कुल 36 में से 9 ग्राम पंचायतों में कुल 2648 श्रमिक नियोजित किये गए हैं. जनपद पंचायत भोपालपट्नम में कुल 35 में से 18 ग्राम पंचायतों में कुल 2098 श्रमिक नियोजित किये गए हैं. जनपद पंचायत भैरमगढ़ में कुल 60 में से 23 ग्राम पंचायतों में कुल 3495 श्रमिक नियोजित किये गए हैं. इस हालात को देखते हुए जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी पोषण चंद्राकर ने इसके पीछे का कारण संबंधित अधिकारियों की उदासीनता को माना है. जिसके बाद उन्होंने सभी को साफ निर्देश देते हुए कहा कि एक सप्ताह के भीतर क्षेत्र के अंतर्गत पंजीकृत श्रमिकों के 70 प्रतिशत मजदूरों को कार्य उपलब्ध कराने को प्राथमिकता की जाए. इसके साथ ही उन्होंने इसका पालन खुद उपस्थित होकर कराने के निर्देश दिए और ऐसा नहीं किए जाने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने की चेतावनी दी है.
पढ़ें- बीजापुर: जिला पंचायत प्रतिनिधियों ने किया मनरेगा के कामों का निरीक्षण