बीजापुर: जिले में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बारिश ने वनांचल क्षेत्रों में भारी तबाही मचाई है. हालांकि बीते 24 घंटे में बारिश कुछ कम हुई है. जिससे नदी नालों का पानी उतरने लगा है. लेकिन बाढ़ से मची तबाही से उबरने में अभी और समय लगेगा. बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान मिनगाचल, कुटरू, तिमेड़, बरेगुड़ा, लिंगापुर,पामगल, उस्कलेड, वंगापल्ली,गोरला, मुत्तापर, इलाके में हुआ है. कुटरू इलाके में तुमला, झाड़ीगुटटा, गुदमा और मिनगाचल इलाके के कई गांवों में बाढ़ का कहर ऐसा बरपा कि लोग सड़कों पर आ गए.
इलाके में 20 से ज्यादा मकान ढह गए हैं. कई मवेशी बाढ़ में बह गए. खेतों में खड़ी फसल को नुकसान पहुंचा है. घरों में रखे कपड़े, धान सब कुछ बाढ़ में बह गया. बच गए तो इन घरों में रहने वाले लोग, जो अचानक आई बाढ़ में किसी तरह संभल गए और अपनी जान बचाने में कामयाब हो गए.
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जिले में कई गांव से संपर्क टूट चुका था और हालात टापू जैसे थे. लेकिन अब नदी-नालों का जलस्तर धीरे-धीरे घटने लगा है और प्रशासनिक अमला जिले के चारों विकासखंडों में बाढ़ से मची तबाही का जायजा लेने निकला है. क्षेत्र के विधायक विक्रम मंडावी भी बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरा कर पीड़ितों से मिले. विधायक ने बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात कर नुकसान का जायजा लिया.
कलेक्टर ने भी लिया जायजा
कलेक्टर बीजापुर, एसडीएम, तहसीलदार भी भोपालपट्नम, मिनगाचल, कुटरू इलाके के दौरे पर रहे. बाढ़ की वजह से उजड़े आशियाने और प्रभावित परिवारों को राहत शिविरों में शिफ्ट कराया जा रहा है. इसके बाद भी प्रभावितों को अस्थाई तौर पर मदद नहीं मिल रही है.नुकसान का आंकलन कर रिपोर्ट बनाई जा रही है.