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छत से टपकते पानी के बीच छाता लेकर पढ़ने को मजबूर हैं यहां के छात्र, देखिए रिपोर्ट - जर्जर भवन

भोपालपटनम ब्लाक के स्कूल का भवन जर्जर हो चुका है. यहां बच्चे टूटे-फूटे भवन में पढ़ने को मजबूर हैं.

छाता लेकर पढ़ते बच्चे
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Published : Aug 4, 2019, 3:31 PM IST

बीजापुर: जिले के भोपालपटनम ब्लॉक में एक स्कूल ऐसा भी है जहां के बच्चे छत से टपकते पानी से भींगती किताब को बचाने के लिए छाता लेकर पढ़ने को मजबूर हैं. माध्यमिक शाला केसाइगुड़ा का भवन जर्जर हो चुका है.

जर्जर स्कूल भवन

जर्जर भवन बन सकता है दुर्घटना का कारण

वर्तमान में माध्यमिक शाला केसाइगुड़ा का भवन जर्जर स्थिति में है. भवन की छत कमजोर व जर्जर हो चुकी है. छत से लगातार पानी रिसते पानी टपकता है जो कमरे में भर जाता है. भवन की जर्जर स्थिति के संबंध में कई बार अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है. छत से पानी रिसने के कारण अध्यापन कार्य व बच्चों को पढ़ने में बाधा उत्पन्न हो रही है.

स्कूल में स्टाफ की कमी

स्टाफ की कमी से अध्यापन कार्य में दिक्कतें आ रही हैं. इस शाला में पहले 4 शिक्षक पदस्थ थे, जिनमें से एक शिक्षक व एक शिक्षिका का अन्य शालाओं में स्थानांतरण हो चुके हैं. अब वर्तमान में केवल दो ही शिक्षक पदस्थ हैं.

जितनी पढ़ाई होनी है उतनी नहीं हो रही

यहां 18 की जगह केवल 12 विषयों की पढ़ाई हो रही है. इसका मतलब हर दिन छह विषयों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. यही स्थिति माध्यमिक शाला दुधेड़ा की भी है.

दोनों स्कूलों को मर्ज करने से हल हो सकती है परेशानी

यदि माध्यमिक शाला केसाइगुड़ा को माध्यमिक शाला दुधेड़ा में मर्ज कर दिया जाए तो पढ़ाई का समाधान हो सकता है. माध्यमिक शाला केसाइगुड़ा को माध्यमिक शाला दुधेड़ा में मर्ज किये जाने के नतीजा ये होगा कि चार शिक्षक उपलब्ध रहेंगे जिससे पढ़ाई व्यवस्थित हो सकती है.

बीजापुर: जिले के भोपालपटनम ब्लॉक में एक स्कूल ऐसा भी है जहां के बच्चे छत से टपकते पानी से भींगती किताब को बचाने के लिए छाता लेकर पढ़ने को मजबूर हैं. माध्यमिक शाला केसाइगुड़ा का भवन जर्जर हो चुका है.

जर्जर स्कूल भवन

जर्जर भवन बन सकता है दुर्घटना का कारण

वर्तमान में माध्यमिक शाला केसाइगुड़ा का भवन जर्जर स्थिति में है. भवन की छत कमजोर व जर्जर हो चुकी है. छत से लगातार पानी रिसते पानी टपकता है जो कमरे में भर जाता है. भवन की जर्जर स्थिति के संबंध में कई बार अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है. छत से पानी रिसने के कारण अध्यापन कार्य व बच्चों को पढ़ने में बाधा उत्पन्न हो रही है.

स्कूल में स्टाफ की कमी

स्टाफ की कमी से अध्यापन कार्य में दिक्कतें आ रही हैं. इस शाला में पहले 4 शिक्षक पदस्थ थे, जिनमें से एक शिक्षक व एक शिक्षिका का अन्य शालाओं में स्थानांतरण हो चुके हैं. अब वर्तमान में केवल दो ही शिक्षक पदस्थ हैं.

जितनी पढ़ाई होनी है उतनी नहीं हो रही

यहां 18 की जगह केवल 12 विषयों की पढ़ाई हो रही है. इसका मतलब हर दिन छह विषयों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. यही स्थिति माध्यमिक शाला दुधेड़ा की भी है.

दोनों स्कूलों को मर्ज करने से हल हो सकती है परेशानी

यदि माध्यमिक शाला केसाइगुड़ा को माध्यमिक शाला दुधेड़ा में मर्ज कर दिया जाए तो पढ़ाई का समाधान हो सकता है. माध्यमिक शाला केसाइगुड़ा को माध्यमिक शाला दुधेड़ा में मर्ज किये जाने के नतीजा ये होगा कि चार शिक्षक उपलब्ध रहेंगे जिससे पढ़ाई व्यवस्थित हो सकती है.

Intro:बीजापुर - जिले के भोपालपटनम ब्लाक के एक स्कूल ऐसा भी है जो छत से टपकते पानी से भीगते पुस्तक को बचाने छाता लेकर पढ़ने मजबूर है...माध्यमिक शाला केसाइगुड़ा भवन जर्जर - अनहोनी घटना की आशंका के साथ अध्यापन कार्य में बाधा हो रही है ।
Body:वर्तमान में माध्यमिक शाला केसाइगुड़ा का भवन जर्जर स्थिति में है।भवन का छत कमजोर व जर्जर हो चुका है । छत से लगातार पानी रिश्ते हुए कमरों में भरा रहता है जो किसी भी क्षण खतरनाक हादसा का कारण बन सकता है। भवन की जर्जर स्थिति के संबंध में कई बार अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है । छत से पानी रिसने के कारण अध्यापन कार्य व बच्चों के अध्ययन में बाधा उतपन्न हो रही है वहीं स्टाफ की कमी से भी अध्यापन कार्य में बाधा हो रही है। इस शाला में पूर्व में 4 शिक्षक पदस्थ थे , जिनमें से एक शिक्षक व एक शिक्षिका का अन्य शालाओं में स्थानांतरण हो चुका है । अब वर्तमान में केवल दो ही शिक्षक पदस्थ हैं।Conclusion:शाला में तीन कक्षाएं होने के कारण प्रति कार्य दिवस 18 विषयों का अध्यापन कार्य होना है किंतु दो शिक्षकों के द्वारा प्रति कार्य दिवस 12 विषयों का ही अध्यापन कार्य संभव है। अतः प्रति कार्य दिवस छह विषयों का अध्यापन कार्य प्रभावित हो रहा है। यही स्थिति माध्यमिक शाला दुधेड़ा की भी है। यदि माध्यमिक शाला केसाइगुड़ा को माध्यमिक शाला दुधेड़ा में मर्ज कर दिया जाए तो अध्यापन कार्य की समस्या का समाधान हो सकता है । माध्यमिक शाला केसाइगुड़ा को माध्यमिक शाला दुधेड़ा में मर्ज किये जाने के फलस्वरुप चार शिक्षक उपलब्ध रहेंगे जिससे अध्यापन कार्य व्यवस्थित हो सकेगा।
बाईट 01 - सुरेश छात्र (स्वयं छाता पकड़ा है
बाईट 02 - रमेश(सुरेश ने पकडा है छात्र)
बाईट 03 - रवि शंकर शिक्षक
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