बीजापुर: जिले के भोपालपटनम में आई फ्लू का इंफेक्शन लगातार फैलता जा रहा है. दो पोटाकेबिन के लगभग डेढ़ सौ बच्चे आई फ्लू से संक्रमित हो गए हैं. सभी बच्चों का इलाज चल रहा है.
पोटाकेबिन के बच्चों को आई फ्लू: भोपालपटनम बीएमओ चेलपत राव ने बताया कि पेगड़ापल्ली बालक पोटाकेबिन पानी से भर गया था. सभी बच्चे को सांन्ड्रापल्ली बालक आश्रम शिप्ट किया गया. बालक आश्रम के 110 बच्चों में आई फ्लू के लक्ष्ण के बाद उन्हें दवाई दी जा रही है. स्थिति नियंत्रण में हैं. तारलागुडा कन्या पोटाकेबिन की अधिक्षिका समेत करीब 30 छात्राओं में आई फ्लू संक्रमण के बाद उनका इलाज किया जा रहा है.
पोटकेबिन और आश्रम में बच्चों की जांच कर रहा विभाग: एहतियात के तौर पर कन्या पोटाकेबिन संगमपल्ली में 300 व बालक आश्रम में 100 बच्चों का चेकअप किया गया. कोई लक्षण नहीं पाया गया. स्वास्थ्य विभाग की टीम फिलहाल सभी आश्रम और पोटाकेबिन में दौरा कर रही आई फ्लू की जांच कर रही है.
क्या है आई फ्लू: बारिश के मौसम में अक्सर आई फ्लू फैलती है. जिसे हम कंजेक्टिवाइटिस के नाम से जानते हैं. ये एक ऐसी बीमारी है जो संक्रमण के कारण एक से दूसरे इंसान तक पहुंचती है. आई फ्लू के दौरान आंखों में समस्या आने लगती है. आंखों लाल होने के साथ उनमें खुजली होने लगती है. आंखों से पानी आता है. आंखों में सूजन के साथ ही चुभन भी होती है. आंखे चिपचिपी हो जाती है. ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाए.
आई फ्लू के दौरान सावधानी: आई फ्लू संक्रमण से फैलता है. इसलिए आई फ्लू होने पर कोशिश करें कि मरीज अपनी इस्तेमाल की हुई चीजें अलग ही रखे. हर आधे घंटे में आंखों को ठंडे पानी से धोएं. चश्मे का इस्तेमाल करें. आंखों को बार बार ना छुए. अपना तौलिया अलग और साफ रखे. टीवी और मोबाइल से दूरी बनाकर आंखों को आराम दें.