बीजापुर: कोरोना के कारण देश में हालात बद से बदतर होते दिख रहे हैं. हर दिन कोरोना के मामलों की संख्या बढ़ रही है. अस्पतालों में मरीज़ों की संख्या भी बढ़ रही है. इस बीच राज्य सरकारें फिर से लॉकडाउन समेत कई पाबंदियां लगाने पर मजबूर हो गई हैं. लॉकडाउन लगने के कारण फिर एक बार देश के कई हिस्सों से मजदूरों का पलायन शुरू हो गया है. बीजापुर अंतरराज्यीय बॉर्डर पर मंगलवार को पलायन की तस्वीर देखने को मिली. मजदूरों के चेहरों पर बेबसी साफ देखी जा रही थी.
अंतरराज्यीय बॉर्डर सील फिर भी आ रहे बड़े वाहन
छत्तीसगढ़ में कोरोना के बढ़ते संक्रमण (Increased infection of corona in Chhattisgarh) को देखते हुए प्रदेश के सभी जिलों में 5 से 6 मई तक लॉकडाउन है. इसके कारण अंतरराज्यीय बॉर्डर भी सील कर दिया गया है. बीजापुर के सभी बॉर्डर सील हैं. इसके बावजूद बड़े वाहनों का आना-जाना लगा हुआ है. बिहार-झारखंड के प्रवासी मजदूर तेलंगाना-महाराष्ट्र से लगातार पलायन कर रहे हैं. मजदूर बीजापुर होते हुए घर जा रहे हैं. मंगलवार को हैदराबाद से दो बसों में मजदूर बीजापुर होते हुए रायपुर की ओर रवाना हो गए.
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कम बंद होने से जा रहे घर
प्रवासी मजदूरों ने कहा कि हम लोग हैदराबाद काम करने गए थे. लॉकडाउन के चलते काम बंद हो गया. हम लोग मजूरी में वापस पटना (बिहार) जा रहे हैं. इसके अलावा मजदूर महाराष्ट्र से भी लौट रहे हैं. हैदराबाद से ला रहे बस कंडक्टर ने कहा कि जिस फैक्ट्री में ये काम करते थे. वहां काम बंद हो गया. इसके बाद फैक्ट्री मालिक ने मजदूरों को रांची भेजने की बात कही. हम मजदूरों को लेकर रांची जा रहे हैं.
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महाराष्ट्र और तेलंगाना तेंदूपत्ता तोड़ने पहुंच रहे मजदूर
बीजापुर समेत दूसरे राज्यों से आने वाले मजदूर पॉजिटिव निकल रहे हैं. बीजापुर जिले में पिछले साल की तरह इस साल भी महाराष्ट्र से ही कोरोना की एंट्री हुई है. दूसरी ओर कोरोना संक्रमण के बावजूद महाराष्ट्र और तेलंगाना से तेंदूपत्ता तोड़ने के लिए मजदूर जिले में पहुंच रहे हैं.